पिछले शुक्रवार क्रिप्टोकरेंसी इतिहास की सबसे बड़ी लिक्विडेशन घटना दर्ज की गई, जब बाजार में $19 अरब से अधिक की लीवरेज्ड पोज़िशन एक ही दिन में समाप्त हो गईं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी आयात पर 100% टैरिफ लगाने और महत्वपूर्ण सॉफ़्टवेयर निर्यात पर नियंत्रण की धमकी के बाद निवेशकों में हड़कंप मच गया। घबराहट में की गई बिकवाली और कम लिक्विडिटी के कारण बिटकॉइन और ईथर समेत अन्य क्रिप्टो संपत्तियों में तेज गिरावट आई।
क्रिप्टो विश्लेषकों के अनुसार, यह अब तक की सबसे बड़ी 24 घंटे की लिक्विडेशन थी; फरवरी 2025 की क्रैश से नौ गुना और मार्च 2020 तथा नवंबर 2022 (FTX पतन) से 19 गुना बड़ी। बिटकॉइन शुक्रवार को अपने $122,574.46 के उच्च स्तर से फिसलकर $104,782.88 तक गिर गया, यानी करीब 14% की गिरावट। हालांकि बाद में इसमें हल्की रिकवरी दिखी और यह $115,718.13 पर 0.6% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। 6 अक्टूबर को बिटकॉइन ने $126,000 का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर भी शुक्रवार को 12.2% गिरकर $3,436.29 तक आ गई। हालांकि अगले दिन यह $4,254 पर 2.4% की बढ़त के साथ कारोबार कर रही थी। वहीं, ऑल्टकॉइन्स (जैसे HYPE, DOGE और AVAX) पर गिरावट का असर और ज्यादा दिखा ; HYPE में 54%, DOGE में 62% और AVAX में 70% तक की गिरावट दर्ज की गई, जो बाद में कुछ हद तक सुधरी।
सप्ताहांत में ट्रंप ने अपने बयानों में नरमी दिखाते हुए कहा कि “सब ठीक हो जाएगा” और अमेरिका चीन को “नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता।” इससे बाजार में कुछ स्थिरता लौटी। चीन ने अमेरिका को हालात बिगाड़ने के लिए दोषी ठहराया, पर कोई नई प्रतिकारात्मक कार्रवाई नहीं की।
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Derive.xyz के आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन और ईथर दोनों में भारी मात्रा में ‘पुट’ विकल्प खरीदे गए, जो आम तौर पर गिरावट से बचाव के लिए इस्तेमाल होते हैं। बिटकॉइन में निवेशकों ने 31 अक्टूबर समाप्ति वाले अनुबंधों के लिए $115,000 और $95,000 के स्ट्राइक प्राइस पर पुट्स खरीदे, जबकि 17 अक्टूबर समाप्ति वाले $125,000 के ‘कॉल’ अनुबंधों की बिक्री में तेज बढ़ोतरी देखी गई, जो अल्पकालिक मंदी के संकेत हैं।
ईथर में भी निवेशक $4,000 (31 अक्टूबर), $3,600 (17 अक्टूबर) और $2,600 (26 दिसंबर) स्ट्राइक वाले पुट अनुबंधों पर केंद्रित रहे। Derive.xyz के सह-संस्थापक निक फॉर्स्टर का कहना है कि ये पोज़िशन वर्ष के अंत तक मंदी के बढ़ते रुझान को दर्शाती हैं। प्रमुख ऑनचेन विश्लेषक विली वू ने कहा कि बिटकॉइन में निवेशक प्रवाह स्थिर बने हुए हैं, जिससे यह उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर पाया, जबकि ईथर और सोलाना में निवेशक प्रवाह में गिरावट आई है।
ऑल्टकॉइन्स ; यानी बिटकॉइन के अलावा अन्य क्रिप्टोकरेंसियां ; आम तौर पर उच्च जोखिम और उच्च लाभ वाले निवेश माने जाते हैं। जबकि बिटकॉइन को एक “ब्लू-चिप” क्रिप्टो संपत्ति माना जाता है, जिसे संस्थागत निवेशक प्राथमिकता देते हैं।
Coin Bureau के सह-संस्थापक निक पकरिन के अनुसार, “अच्छी खबर यह है कि इस क्रैश ने बाजार से अतिरिक्त लीवरेज को साफ कर दिया है और फिलहाल जोखिम को रीसेट किया है। लेकिन बिटकॉइन के सामने अब चुनौती यह है कि वह प्रमुख रेज़िस्टेंस लेवल को तोड़कर फिर से एक नया रिकॉर्ड उच्च स्तर हासिल करे।”
निष्कर्ष
इतिहास की इस सबसे बड़ी क्रिप्टो गिरावट ने बाजार में भय और सावधानी दोनों को जन्म दिया है। निवेशक अब तेजी से ऐसे विकल्पों की तलाश में हैं जो उन्हें अगली संभावित गिरावट से बचा सकें।
ट्रंप की नीति, चीन की प्रतिक्रिया और वैश्विक आर्थिक तनाव आने वाले हफ्तों में क्रिप्टो बाजार की दिशा तय करेंगे। फिलहाल राहत की सांस तो है, लेकिन अनिश्चितता का बादल अभी भी मंडरा रहा है।
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