किर्गिज़स्तान ने राज्य-क्रिप्टो रिज़र्व की नई विधेयक पेश कर वित्तीय विविधीकरण की दिशा में कदम बढ़ाया है; भारत में उत्साह है लेकिन चुनौतियां अभी कम नहीं हैं।
अमेरिका में नौकरियों में रिकॉर्ड तोड़ संशोधन ने फेडरल रिजर्व के लिए ब्याज दरों में कटौती का रास्ता तैयार कर दिया है। यह कदम बिटकॉइन की कीमतों में अगले उछाल को और तेज़ कर सकता है।
वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो को तेजी से अपनाया जा रहा है, लेकिन भारत भारी कराधान और अस्पष्ट नियमों के कारण निवेशकों और प्लेटफार्मों को असमंजस में रखे हुए है।
टेथर के सीईओ पाओलो अर्दोइनो (Paolo Ardoino) का कहना है कि फर्म ने "कोई भी बिटकॉइन नहीं बेचा" और वह अपने मुनाफे को अभी भी बीटीसी, सोना और ज़मीन में लगा रही है।
बिटकॉइन विश्लेषक प्लानसी का कहना है कि इस साल बिटकॉइन के उच्चतम स्तर तक पहुंचने का कोई कारण नहीं है, सिवाय एक “मनोवैज्ञानिक, स्व-पूर्ति भविष्यवाणी” के।