पिछले कुछ हफ्तों में क्रिप्टो बाजार में तेज गिरावट आई है। बिटकॉइन को लेकर निवेशकों में बेचैनी बढ़ी है, क्योंकि इसकी कीमत जो कुछ समय पहले रिकॉर्ड ऊँचाई पर थी, अब तीस प्रतिशत से अधिक गिर चुकी है। कुल डिजिटल एसेट मार्केट का मूल्य भी लगभग $1 ट्रिलियन से ज्यादा कम हो चुका है।

US शेयर बाजारों में कमजोरी, रेपो-रेट के आसार और टेक क्षेत्र की गिरावट ने जोखिम भरे एसेट्स जैसे क्रिप्टोकरेंसी में बिकवाली को बढ़ावा दिया है। काफी निवेशक, चाहे रिटेल हों या संस्थागत, पैनिक सेलिंग कर चुके हैं, जिससे लिक्विडेशन स्पाइक्स आ चुकी हैं।

विशेषज्ञ इसे अवसर मान रहे हैं

हालाँकि बाजार में डर व बिकवाली छाई है, लेकिन कई विश्लेषक इस गिरावट को अगले बुल रैली की शुरुआत समझते हैं। जैसे कि गिरावट के दौरान निवेश का नजरिया बदलना और वे अब ‘डिप पर खरीद’ की रणनीति अपना रहे हैं।

वे बताते हैं कि जब लिक्विडेशन अपने चरम पर होती है, ETF और वॉलेट आउटफ्लो दबाव बनाते हैं। उसके बाद बाजार अक्सर “रीसेट” लेता है। ऐसे क्षणों में जो निवेशक समझदारी से प्रवेश करते हैं, उन्हें अगले “रेज़ ऑफ़ ग्रोथ” का लाभ मिल सकता है।

इसके अलावा, इस बार कई नए स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट्स और प्री-सेल टोकन, खासकर वे जिनमें स्टेकिंग रिवॉर्ड्स और यूज़ केस हैं, मंदी के दौरान भी आकर्षण बना रहे हैं। ऐसी परिसंपत्तियाँ, जब बड़े कॉइन गिर रहे हों, अक्सर अगली चाल में तेजी दिखाती हैं।

बाजार की मौजूदा मजबूरियाँ

निवेशकों के डर के कारण लिक्विडिटी कम हो चुकी है। तकनीकी शेयरों और अन्य जोखिमी एसेट्स के साथ क्रिप्टो की कोरिलेशन बढ़ी है। कई संस्थागत निवेशकों ने अस्थायी रूप से निकासी शुरू कर दी है। फेडरल रेट कट की उम्मीदें धूमिल होने से जोखिम एसेट्स अप्रिय हुए हैं। इन दबावों के कारण अगर कोई मजबूत समर्थन स्तर टूट गया, तो कुछ विश्लेषकों का कहना है कि भविष्य में और गहरी गिरावट संभव है।

क्या आप जानते हैं: कैथी वुड अभी भी बिटकॉइन के 15 लाख डॉलर के लक्ष्य पर पूरी तरह बुलिश

“डिप” पर दाँव लगाने वालों के लिए क्या है मौका

लंबी अवधि के निवेशकों के लिए इस गिरावट से Bitcoin और Ethereum अब संभावित मुनाफा देने वाली एसेट बनकर उभरे हैं। जब मार्केट क्रैश हो रही होती है, तो निवेशक “डिस्काउंटेड” एंट्री ढूंढते हैं। ऐसे समय में प्री-सेल निवेशक पहले लाभ कमा सकते हैं।

स्टेकिंग और प्रोजेक्ट-बेस्ड रिवॉर्ड्स, वे वॉलेट्स जिनकी कीमत मार्केट फैड से प्रभावित नहीं होती, वो मंदी के दौर में स्थिर रिटर्न दे सकती हैं। विश्लेषकों की मानें, तो अगर आप धैर्यपूर्वक और रणनीतिक दृष्टि से निवेश करें, तो अगले 12-24 महीनों में तेज रिकवरी और नई बुल मार्केट की शुरुआत देखी जा सकती है।

निष्कर्ष

इस समय जहाँ अधिकांश निवेशक भय, अनिश्चितता और मार्केट लिक्विडेशन के चलते क्रिप्टो से पीछे हट रहे हैं, वहीं कुछ विश्लेषक इसे सुनहरे अवसर का संकेत मान रहे हैं। बाजार की वर्तमान कमजोरी, चाहे वह प्रवाह की कमी हो या डर की भावना, अक्सर अगले बुल चक्र की नींव होती है।

यदि निवेशक समझदारी, धैर्य और समर्पण के साथ निवेश करें और विशेष रूप से उन प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दें जिनका उपयोगिता और मजबूत समुदाय है, तो भले ही अभी बाजार लाल हो पर भविष्य हरा हो सकता है।

संक्षेप में, मौजूदा गिरावट क्रिप्टो बाजार के लिए किसी अंधेरी परिस्थिति का संकेत नहीं है बल्कि उन समझदार और उभरते निवेशकों के लिए दुर्लभ अवसर हो सकती है जो घबराहट से दूर रहकर विवेक, संयम और दीर्घकालिक दृष्टि के साथ कदम बढ़ाते हैं।


ऐसी ही और ख़बरों और क्रिप्टो विश्लेषण के लिए हमें X पर फ़ॉलो करें, ताकि कोई भी अपडेट आपसे न छूटे!