अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) ने क्रिप्टो स्टेकिंग को लेकर 2025 में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन नियमों ने स्पष्ट किया है कि किन गतिविधियों को कानूनी रूप से अनुमति दी गई है और किन पर अब भी शिकंजा कसा रहेगा। इस कदम से क्रिप्टो इंडस्ट्री में लंबे समय से बनी अनिश्चितता को खत्म करने की कोशिश की गई है।

स्टेकिंग पर स्पष्ट दिशा-निर्देश

SEC ने अपने बयान में कहा है कि Solo Staking, Delegated Staking और Custodial Staking को, जब वे सीधे नेटवर्क की कंसेंसस प्रक्रिया का हिस्सा हों, सिक्योरिटी ऑफरिंग नहीं माना जाएगा।

  • Solo Staking के तहत, कोई भी व्यक्ति अपनी खुद की क्रिप्टो संपत्ति और तकनीक का उपयोग कर नेटवर्क में भाग ले सकता है। यदि वह अपनी संपत्ति का स्वामित्व और नियंत्रण बनाए रखता है, तो इसे पूरी तरह वैध माना गया है।

  • Delegated Staking में उपयोगकर्ता अपने वेलिडेशन अधिकार किसी तीसरे पक्ष (Node Operator) को दे सकते हैं, लेकिन संपत्ति और प्राइवेट की का नियंत्रण खुद के पास रहना चाहिए।

  • Custodial Staking के मामले में, एक्सचेंज और कस्टोडियल प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं की ओर से स्टेक कर सकते हैं, बशर्ते वे पूरी पारदर्शिता बनाए रखें और संपत्ति का उपयोग केवल मालिक के लाभ के लिए करें।

SEC ने साफ किया है कि इन गतिविधियों को केवल नेटवर्क के संचालन में योगदान देने वाला माना जाएगा, न कि निवेश अनुबंध के रूप में।

SEC guideline on crypto staking

किन गतिविधियों पर अब भी रहेगा शिकंजा

हालांकि SEC ने यह भी स्पष्ट किया है कि कुछ गतिविधियां अब भी सिक्योरिटीज नियमों के दायरे में आती हैं। इनमें शामिल हैं:

  • Yield Farming और ऐसे DeFi प्रोडक्ट्स, जो निश्चित रिटर्न का वादा करते हैं।

  • ऐसी योजनाएं जो स्टेकिंग के नाम पर लोन देती हैं या मुनाफे की गारंटी देती हैं।

  • वे प्लेटफॉर्म जो फंड्स को उधार देते हैं या थर्ड-पार्टी निवेशों से रिटर्न कमाते हैं और इसे स्टेकिंग का नाम देते हैं।

SEC ने इन्हें निवेश अनुबंध के रूप में वर्गीकृत किया है और इन पर सख्त निगरानी रखे जाने की बात कही है।

क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए राहत

नए नियमों के चलते Validators, Node Operators और निवेशक अब बिना कानूनी डर के नेटवर्क में भाग ले सकते हैं। Ethereum, Cardano और Cosmos जैसे Proof-of-Stake (PoS) नेटवर्क के लिए यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

कई एक्सचेंज और कस्टोडियल प्लेटफॉर्म अब कानूनी रूप से काम कर सकेंगे, यदि वे संपत्ति को अलग खातों में सुरक्षित रखते हैं और पूरी पारदर्शिता के साथ नियमों का पालन करते हैं।

के इस कदम का महत्व

यह गाइडलाइन PoS नेटवर्क को मजबूत करने और ब्लॉकचेन को अधिक विकेंद्रीकृत बनाने में मदद करेगी। साथ ही, यह नियम स्टेकिंग से जुड़ी जोखिम भरी और अपारदर्शी योजनाओं को रोकने का काम करेंगे।

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे प्लेटफॉर्म्स और स्कीम्स जो नेटवर्क की कंसेंसस प्रक्रिया से सीधे जुड़े नहीं हैं, वे भविष्य में भी रेगुलेटरी कार्रवाई के दायरे में बने रहेंगे।

इस लेख में निवेश संबंधी सलाह या सिफारिशें नहीं दी गई हैं। हर निवेश और ट्रेडिंग निर्णय में जोखिम होता है, और पाठकों को किसी भी निर्णय से पहले अपनी स्वयं की शोध करनी चाहिए।