इंडिया ब्लॉकचेन टूर (IBT) इस महीने कोलकाता में आयोजित हुआ, जिसमें उद्योग के दिग्गज, बिल्डर्स और ब्लॉकचेन उत्साही एक दिन के संवाद, नेटवर्किंग और भविष्य की चर्चाओं के लिए एकत्र हुए। ऑक्टालूप द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम अगस्त के कुछ चुनिंदा टॉप-लेवल क्रिप्टो इवेंट्स में से एक था, जिसने शहर की बढ़ती ब्लॉकचेन पहचान को और मज़बूत किया।

उद्योग की आवाज़ें

कार्यक्रम की शुरुआत ऑक्टालूप के संस्थापक अनुपम वर्श्नेय के वेलकम नोट से हुई, जिसने दिनभर की चर्चाओं और बहसों का माहौल तय किया।

  • अनिक घोष (Metaborong) ने Self-Sovereign Identity पर बात की और बताया कि कैसे विकेंद्रीकृत समाधान व्यक्तिगत डेटा नियंत्रण को नया आकार दे सकते हैं।

  • अद्वैता साहा (Ethereum डेवलपर, Nimbus) ने Ethereum के अगले दस वर्षों की चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला।

  • मुस्कान अग्रवाल (MEXC Ventures) ने जमीनी स्तर के बिल्डर्स और इकोसिस्टम को मजबूत करने की अहमियत बताई।

  • प्रीतम जना (Bybit) ने FIU नियमों के बाद क्रिप्टो कंप्लायंस की चुनौतियों पर चर्चा की।

  • अर्नब रे (Metaborong) ने Real World Assets (RWA) इनोवेशन पर अपने विचार रखे।

  • उदय सोलंकी (AIQUANT Technologies, Cardano डेवलपर एडवोकेट) ने Cardano द्वारा डेवलपर्स को दिए जा रहे open-source अवसरों पर जोर दिया।

 भारत

बाद की सेशन्स और पैनल्स में कई अहम विषयों पर बातचीत हुई:

  • राहुल सिंह (Government Blockchain Association) ने ब्लॉकचेन के परिपक्वता मॉडल और पब्लिक यूज़ केस बताए।

  • प्रमोद मिश्रा (PwC) ने एंटरप्राइज-ग्रेड ट्रस्ट सॉल्यूशन्स पर बात की।

  • प्रतीक मोदी ने AI के ज़रिए ट्रेडिंग और निवेश रणनीतियों में आ रहे बदलावों पर चर्चा की।

  • सस्वता पात्रा (Capricon Technology) ने ब्लॉकचेन डेवलपमेंट और फोर्किंग की मूल बातें समझाईं।

कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए, ऑक्टालूप के संस्थापक ने कहा:

हमें कोलकाता आना बहुत पसंद है — यह हमारा चौथा दौरा था, और हर बार हमें यह एहसास होता है कि यहां की Web3 कम्युनिटी कितनी मज़बूत और तेजी से बढ़ रही है। यहां के फाउंडर्स और डेवलपर्स बेहतरीन प्रोजेक्ट बना रहे हैं, जो दिखाता है कि Web3 भारत के हर कोने तक गहराई से पहुँच चुका है।

संस्थापकों की बातें: AI, Cardano और स्थानीय विकास

AIQUANT के संस्थापक उदय सोलंकी ने CoinTelegraph Bharat से बातचीत में बताया कि “Cardano की डेवलपमेंट टीम बेहतरीन प्रगति कर रही है”। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कंपनी कोलकाता में मुख्यालय होने के बावजूद शहर के अन्य हिस्सों में भी विस्तार की योजना बना रही है।

Cardano लगातार डेवलपर्स के बीच अपनी जगह बना रहा है, खासकर on-chain efficiency और interoperability से जुड़ी परियोजनाओं पर।

कोलकाता: उभरता हुआ ब्लॉकचेन हब

Metaborong टीम से बातचीत में सामने आया कि कोलकाता धीरे-धीरे एक ब्लॉकचेन हब बन रहा है। उनका कहना है कि

यहां का टैलेंट पूल कम आंका जाता है, लेकिन यह धीरे-धीरे वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक हो रहा है।

यह रुझान साबित करता है कि भारत में ब्लॉकचेन इनोवेशन केवल बेंगलुरु, हैदराबाद या दिल्ली तक सीमित नहीं है।

IBT का आगे का सफर

ऑक्टालूप द्वारा संचालित यह यात्रा जारी है। IBT का अगला पड़ाव सितंबर में नई दिल्ली होगा, जहां नियमन, Web3 गेमिंग और टोकनाइज़्ड इकोनॉमी पर गहरी चर्चाएं होंगी।

इसके अलावा, ऑक्टालूप का फ्लैगशिप इवेंट Metamorphosis भी आयोजित होगा, जहां दुनिया भर के निवेशक, लीडर्स और बिल्डर्स एक साथ जुटेंगे।

क्यों महत्वपूर्ण है

कोलकाता में IBT ने शहर के ब्लॉकचेन इकोसिस्टम को उजागर किया, स्थानीय आवाज़ों को मंच दिया और वैश्विक खिलाड़ियों को भारत की क्रिप्टो कम्युनिटी से जोड़ा। भारत भले ही नियामकीय अनिश्चितता से जूझ रहा हो, लेकिन जमीनी स्तर पर क्रिप्टो के प्रति उत्साह कम नहीं है। ऐसे कार्यक्रम बातचीत, प्रयोग और सहयोग को नई दिशा देते हैं।