भारत दुनिया में सबसे तेजी से क्रिप्टोकरेंसी अपनाने वाला देश बनकर उभरा है। ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म Chainalysis के अनुसार, भारत में क्रिप्टो उपयोगकर्ताओं की संख्या लगभग 11.9 करोड़ तक पहुंच गई है, जो वैश्विक कुल का 20 प्रतिशत है।
अमेरिका लगभग 5.3 करोड़ उपयोगकर्ताओं के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि इंडोनेशिया 3.9 करोड़ के साथ तीसरे स्थान पर है। यह आंकड़े CoinLedger द्वारा जारी किए गए हैं।
भारतीय निवेशकों के बीच कई प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी लोकप्रिय हैं, जिनमें बिटकॉइन, जिसे डिजिटल गोल्ड कहा जाता है, और एथेरियम, जो स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए जाना जाता है, प्रमुख हैं। टेदर जैसी स्टेबल कॉइन की भी मांग है, जो अमेरिकी डॉलर जैसे फिएट करेंसी से जुड़ी होती है।
इसके अलावा, शिबा इनु और कॉइन जैसी मीम कॉइन्स भी युवा निवेशकों के बीच चर्चा में हैं। पॉलीगॉन, कारडानो, ट्रॉन, यूनिस्वैप और भारत की अपनी एक्सचेंज वज़ीरएक्स जैसी क्रिप्टो संपत्तियों ने भी भारतीय बाजार में अपनी मजबूत जगह बनाई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की तकनीकी साक्षरता, तेजी से बढ़ता डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेशकों की नई तकनीकों में रुचि ने इसे दुनिया का क्रिप्टो हब बना दिया है।
भारत के निवेशकों की पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी
यहाँ उन प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की सूची दी गई है, जिनकी ओर भारतीय क्रिप्टो निवेशक सबसे अधिक आकर्षित हो रहे हैं:
1. बिटकॉइन (Bitcoin)
बिटकॉइन दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है। इसकी कुल आपूर्ति केवल 2.1 करोड़ तक सीमित है, जिससे यह मूल्य संरक्षण (store of value) के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनती है।
2. कार्डानो (Cardano)
कार्डानो ब्लॉकचेन, एथेरियम का एक व्यवहारिक विकल्प प्रदान करता है। यह अपने उपयोगकर्ताओं को सत्यापन योग्य स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और मल्टी-एसेट लेज़र सिस्टम के साथ विकेंद्रीकृत ऐप्स (DApps) विकसित करने का मंच देता है।
3. टेदर (Tether)
टेदर एक बेहद लोकप्रिय स्टेबल कॉइन है, जो अपने टोकन की कीमत में उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने के लिए उन्हें अमेरिकी डॉलर जैसे फिएट मुद्राओं से जोड़ती है। इसके अलावा, टेदर चीनी युआन, यूरो और सोने से जुड़े टोकन भी जारी करता है।
4. शिबा इनु (Shiba Inu)
शिबा इनु एक एथेरियम-आधारित ऑल्टकॉइन है, जिसे डोज़कॉइन के विकल्प के रूप में पेश किया गया है। भले ही इसे एक पैरोडी के रूप में बनाया गया था, यह क्रिप्टो मीम कॉइन्स की टॉप टेन सूची में शामिल है।
5. डॉजकॉइन (Dogecoin)
डॉजकॉइन एक मीम क्रिप्टोकरेंसी है, जिसकी तकनीक लाइटकॉइन से प्रेरित है। इसकी कीमत कम होती है और आपूर्ति असीमित। इसके वफादार समर्थक सोशल मीडिया पर सामग्री के लिए टिप देने और ट्रेडिंग में इसका इस्तेमाल करते हैं।
6. एथेरियम (Ethereum)
वैश्विक स्तर पर एथेरियम मार्केट कैप के लिहाज़ से दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसने स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स द्वारा संचालित विकेंद्रीकृत ऐप्स की शुरुआत की। एथेरियम पर OpenSea, जो एनएफटी का सबसे बड़ा बाज़ार है, भी आधारित है।
7. यूनिस्वैप (Uniswap)
यूनिस्वैप एक क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को एक-दूसरे के साथ क्रिप्टो एसेट्स ट्रेड करने की सुविधा देता है। यह स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के माध्यम से एक स्वचालित बाज़ार निर्माता (Automated Market Maker) की तरह कार्य करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म ERC-20 मानक वाले सभी डिजिटल टोकनों के एक्सचेंज का समर्थन करता है।
8. ट्रॉन (Tron)
ट्रॉन एक पीयर-टू-पीयर नेटवर्क है जो कंटेंट क्रिएटर्स को अपने दर्शकों को सीधे अपना कार्य बेचने की सुविधा देता है। इसका उद्देश्य बिचौलिए को हटाकर कंटेंट को दर्शकों के लिए सस्ता बनाना है।
9. पॉलीगॉन (Polygon)
पॉलीगॉन एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो अन्य ब्लॉकचेन नेटवर्क्स को स्केलेबल बनाता है। यह एथेरियम ब्लॉकचेन के साथ काम करता है।
10. वज़ीरएक्स (WazirX)
वज़ीरएक्स, जो बाइनैंस ग्रुप का हिस्सा है, भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है। इसके पास 60 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं और इसका मासिक ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग $5.4 बिलियन है।