पिछले कुछ सालों में बिटकॉइन ने दुनियाभर में निवेश का तरीका बदल दिया है। अमेरिका में टेस्ला, माइक्रोस्ट्रैटेजी और स्क्वायर जैसी बड़ी कंपनियाँ बिटकॉइन को अपनी कंपनी के फंड (ट्रेजरी) में शामिल कर चुकी हैं। भारत में Jetking Infotrain Ltd. पहली कंपनी बनी जिसने बिटकॉइन खरीदा। अब सवाल यह है कि क्या दूसरी भारतीय कंपनियों को भी ऐसा कदम उठाना चाहिए?

 क्रिप्टोकरेंसी,  बिटकॉइन मूल्य,  भारत

महंगाई से सुरक्षा

भारत में महंगाई और रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव लगातार होता रहता है। ऐसे में कंपनियों के लिए अपनी कमाई की वैल्यू को बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। बिटकॉइन की खासियत यह है कि यह सीमित मात्रा में उपलब्ध है और किसी सरकार या बैंक के नियंत्रण में नहीं है। इसलिए बिटकॉइन में निवेश कंपनियों को महंगाई और करेंसी की गिरावट से बचा सकता है। अमेरिका में कई कंपनियाँ बिटकॉइन को 'डिजिटल गोल्ड' समझकर अपनी पूंजी सुरक्षित कर रही हैं।

निवेशकों का भरोसा जीतना

आजकल निवेशक ऐसी कंपनियों में पैसा लगाना चाहते हैं जो नई टेक्नोलॉजी को अपनाने में आगे हों। बिटकॉइन जैसी नई चीजों को अपनाने से कंपनियाँ निवेशकों की नजर में भविष्य के लिए तैयार दिखती हैं। उदाहरण के तौर पर Jetking के बिटकॉइन खरीदने की खबर आते ही उसके शेयर में लगभग 20% की तेजी आई। इससे पता चलता है कि निवेशक ऐसी खबरों को पॉजिटिव तरीके से लेते हैं।

जोखिम से सुरक्षा और विविधीकरण

हर कंपनी के लिए ये जरूरी है कि वो अपना पूरा पैसा सिर्फ एक ही चीज में न लगाएं। बिटकॉइन पारंपरिक निवेश जैसे कैश, शेयर या बॉन्ड से अलग होता है। जब शेयर मार्केट नीचे जाता है तब भी बिटकॉइन अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। इससे कंपनियाँ मार्केट के जोखिम से खुद को सुरक्षित कर सकती हैं।

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स्रोत: Statista

ग्लोबल ट्रेंड का हिस्सा बनना

अमेरिका की टेस्ला, कॉइनबेस, स्क्वायर जैसी कंपनियाँ बिटकॉइन अपनाकर दुनिया में अपना नाम बना चुकी हैं। भारत की कंपनियाँ भी इसी ट्रेंड को अपनाकर ग्लोबल स्तर पर अपनी छवि मजबूत कर सकती हैं। अभी भारत में यह ट्रेंड नया है, इसलिए जो कंपनियाँ जल्दी शुरुआत करेंगी, उन्हें फायदा होगा।

भारत में नियम और चुनौतियाँ

भारत में बिटकॉइन को लेकर अभी सरकार की तरफ से नियम पूरी तरह साफ नहीं हैं। पर यह स्थिति तेजी से बदल रही है। सरकार इस क्षेत्र में तेजी से काम कर रही है, और नियम जल्द ही स्पष्ट होंगे। ऐसे में कंपनियों के लिए अच्छा मौका है कि वे सरकार के साथ मिलकर बेहतर नियम बनाने में मदद करें।

अंतिम विचार

भारतीय कंपनियों के लिए बिटकॉइन में निवेश सिर्फ पैसा लगाने का निर्णय नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए एक बड़ी तैयारी है। इससे कंपनियाँ अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत कर सकती हैं, साथ ही भारत भी डिजिटल अर्थव्यवस्था में मजबूत स्थान हासिल कर सकता है। अब सही समय है कि भारतीय कंपनियाँ भी साहस दिखाएं और बिटकॉइन को अपनी कंपनी की पूंजी का हिस्सा बनाएं।