प्रसिद्ध वित्तीय लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने 21 जुलाई को अधिकांश क्रिप्टो विश्लेषकों के विपरीत एक नकारात्मक रुख अपनाते हुए यह भविष्यवाणी की कि बिटकॉइन का "बुलबुला" जल्द ही फूट सकता है और इसके साथ ही सोना और चांदी भी गिर सकते हैं।
"बुलबुले फूटने वाले हैं," प्रसिद्ध किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक ने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि जब ये बुलबुले फूटेंगे, "तो संभावना है कि सोना, चांदी और बिटकॉइन भी टूटेंगे," और तभी वह खरीदारी शुरू करेंगे।
उनकी यह टिप्पणी बिटकॉइन के पिछले सप्ताह $1,20,000 से अधिक के सर्वकालिक उच्चतम स्तर तक पहुंचने पर आई, जब उन्होंने कहा था कि यह खबर उन लोगों के लिए "बुरी" है, "जो किसी न किसी वजह से कभी 'ट्रिगर नहीं खींच पाए'," क्योंकि "उनके पास कुछ भी नहीं है।"
उसी समय, उन्होंने ओवरइन्वेस्टिंग (अत्यधिक निवेश) के खतरे के बारे में भी चेताया था।
“सूअर मोटे होते हैं, लालची सूअर मारे जाते हैं। मैं एक और [बिटकॉइन] खरीद रहा हूं... मैं और मोटा हो रहा हूं,” उन्होंने कहा था। हालांकि बाद में स्पष्ट किया कि वे तब तक और नहीं खरीदेंगे “जब तक यह स्पष्ट न हो जाए कि अर्थव्यवस्था किस दिशा में जा रही है।”
हालांकि, उनका हालिया बयान जुलाई की शुरुआत में X (पूर्व में ट्विटर) पर किए गए उनके एक पोस्ट से विरोधाभासी है, जहां उन्होंने उन “क्लिकबेट लूज़र्स” की आलोचना की थी जो बिटकॉइन क्रैश की चेतावनी देते रहते हैं क्योंकि “वे सट्टेबाजों को डराना चाहते हैं।”
बिटकॉइन पर परस्पर विरोधी टिप्पणियां
इस बीच, ‘ब्रू मार्केट्स’ नामक एक मार्केट न्यूजलेटर ने यह बताया कि कियोसाकी बार-बार शेयर और क्रिप्टो मार्केट क्रैश की चेतावनी देते रहे हैं और कई बार गलत साबित हुए हैं।
इसके अलावा, यह अटकलें भी हैं कि बिटकॉइन ट्रेजरी रखने वाली कंपनियों में बुलबुले जैसी प्रवृत्तियां देखी जा सकती हैं और यदि बीटीसी की कीमतों में तीव्र गिरावट आती है, तो ये कंपनियां "डेथ स्पाइरल" जैसी स्थिति में पहुंच सकती हैं।
हालांकि, बिटकॉइन स्ट्रैटेजी के निदेशक जो बर्नेट ने कहा कि ये कंपनियां बुलबुले में निवेश नहीं कर रही हैं क्योंकि अधिकांश लोग अभी भी इस परिसंपत्ति की मूल प्रकृति को नहीं समझते—कंपनियों द्वारा इसे खरीदे जाने की बात तो दूर है।
उन्होंने कहा, “बिटकॉइन ट्रेजरी कंपनियां अपनी पूंजी का प्रयोग किसी प्रयोगात्मक विचार में नहीं, बल्कि सीधे बिटकॉइन यानी वास्तविक मुद्रा में कर रही हैं।”
अपना खुद का शोध करें
अपोलो कैपिटल के मुख्य निवेश अधिकारी हेनरिक एंडरसन ने *कॉइनटेलीग्राफ* को बताया कि निवेशकों को किसी भी ‘इंफ्लुएंसर’ की बातों के बजाय “अपना खुद का शोध करना चाहिए।”
वहीं, एन एफ टी (NFT) कलेक्टर और फुरिओ कलेक्शन (Furiou Collection) के संस्थापक ‘केप’ ने X पर बताया कि बिटकॉइन को हर साल इसके अस्तित्व में आने के बाद से बुलबुला और घोटाला कहा गया है।
2009: Bitcoin is a nerd fantasy
— Cape 👊 (@heycape_) July 21, 2025
2010: Only criminals use Bitcoin
2011: Bitcoin is dead
2012: Bitcoin is dead (again)
2013: Mt. Gox hacked. Told you it was a scam.
2014: Silk Road is gone, RIP Crypto
2015: Blockchain, not Bitcoin
2016: Bitcoin is a bubble
2017: ICOs are a scam…
फिर से दोहराते हुए चक्र
बिटकॉइन एक चक्रीय परिसंपत्ति है, जिसकी बाजार चक्र लगभग हर चार वर्षों तक चलते हैं। इसके अस्तित्व में आने के बाद से यह इसी पैटर्न में ट्रेड करता आया है। यदि इतिहास खुद को दोहराता है, तो 2025 इस बुल मार्केट चक्र का चरम बिंदु हो सकता है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि इस वर्ष के अंत तक बिटकॉइन की कीमत $1,30,000 से लेकर $2,00,000 तक पहुंच सकती है।
इसके अलावा, कॉइनग्लास (CoinGlass) के बुल मार्केट संकेतक डैशबोर्ड के अनुसार अभी यह शिखर काफी दूर है, क्योंकि 30 में से कोई भी संकेतक यह नहीं बता रहा कि बिटकॉइन अभी चरम पर है।