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Rajeev RRajeev R

ट्रम्प की 2025 राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में क्रिप्टो-ब्लॉकचेन पर चुप्पी

ट्रम्प प्रशासन की नई 2025 राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में क्रिप्टो या ब्लॉकचेन का कोई उल्लेख नहीं है, जबकि हाल ही में अमेरिका ने डिजिटल एसेट नीतियों पर कई पहलें की थीं।

ट्रम्प की 2025 राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में क्रिप्टो-ब्लॉकचेन पर चुप्पी
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इसकी उम्मीद नहीं थी लेकिन अब यह सच्चाई है, जिसे सभी स्टेकहोल्डर्स को मानना ​​होगा। शुक्रवार को जारी अमेरिका की 40-पृष्ठीय राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में क्रिप्टोकरेंसी या ब्लॉकचेन तक का नाम भी नहीं है। न तो किसी विशेष नीति, न किसी संरचनात्मक पहल का ज़िक्र।

इसके बजाय, दस्तावेज़ में बताया गया है कि अमेरिका की मूल, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्राथमिकताएँ अब ख़ासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग और बायोटेक्नोलॉजी होंगी।

एक जगह यह कहा गया है कि अमेरिका डिजिटल फाइनेंस और नवाचार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखना चाहता है, जिसे कुछ विश्लेषक क्रिप्टो के लिए अप्रत्यक्ष संकेत मान रहे हैं।

यह चुप्पी क्यों मायने रखती है

यह अनदेखी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले महीनों में ट्रम्प प्रशासन ने क्रिप्टो की दिशा में कई बड़े कदम उठाए हैं। मार्च 2025 में, अमेरिका में यूए स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व और डिजिटल एसेट स्टॉकपाइल की घोषणा हुई, जिससे अमेरिका को क्रिप्टो राजधानी बनाने के इरादे स्पष्ट हुए।

इसके अलावा, स्टेबलकॉइन को रेगुलेट करने वाला GENIUS Act पारित किया गया, एक क्रिप्टो टास्क फोर्स का गठन किया गया और केंद्रीकृत बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) के ख़िलाफ़ कदम उठाए गए।

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इन पहलों के चलते यह उम्मीद की जा रही थी कि ब्लॉकचेन और क्रिप्टो यूएस की राष्ट्रीय सुरक्षा व आर्थिक रणनीति का भी हिस्सा बनेंगे, पर नए दस्तावेज़ ने इस उम्मीद को झूठा साबित कर दिया।

विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं

कई विश्लेषक मान रहे हैं कि क्रिप्टो और ब्लॉकचेन तकनीक को अभी भी वित्तीय नवाचार तक सीमित समझा गया है, न कि राष्ट्रीय सुरक्षा या टेक्नोलॉजी अग्रिमता के हिस्से के रूप में।

यह बदलाव दिखाता है कि ट्रम्प प्रशासन, भले ही नीति स्तर पर क्रिप्टो के लिए सकारात्मक रहा हो, पर उच्च स्तरीय रणनीति दस्तावेज़ों में इसे प्राथमिकता नहीं दे रहा है, कम से कम अभी।

कुछ का अनुमान है कि यह चुप्पी नियामक अनिश्चितता या वैश्विक आर्थिक व सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए की गई सावधानी हो सकती है।

वैश्विक और आर्थिक असर

  • अमेरिका जैसे प्रमुख देश की सुरक्षा रणनीति में क्रिप्टो का उल्लेख न होना संकेत दे सकता है कि अन्य देश भी क्रिप्टो पर अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करें।

  • निवेशकों और क्रिप्टो स्टार्टअप्स के लिए यह अस्थिरता का समय हो सकता है, क्योंकि नीति व नियामक पूर्वानुमान की कमी से जोखिम बढ़ जाता है।

  • दूसरी ओर, अमेरिका द्वारा डिजिटल-फाइनेंस और नवाचार में अग्रणी बनने की इच्छा ने यह संकेत दिया है कि आर्थिक प्रतिस्पर्धा में क्रिप्टो का स्थान अभी पूरी तरह ख़त्म नहीं हुआ है।

निष्कर्ष

ट्रम्प प्रशासन की 2025 की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन पर पूरी तरह चुप्पी ने वैश्विक क्रिप्टो समुदाय और निवेशकों को हैरान कर दिया है। भले ही इसके पहले कई नीतिगत संकेत मिले हों, नए दस्तावेज़ ने यह साफ कर दिया कि फिलहाल सरकार क्रिप्टो को राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से नहीं देख रही है।

हालाँकि, डिजिटल फाइनेंस और नवाचार में अमेरिका की अगुआई की बात ने दरवाजा पूरी तरह बंद नहीं किया है। यह संभव है कि भविष्य में आर्थिक, वित्तीय या तकनीक भू-राजनीतिक दबावों के बीच क्रिप्टो फिर से रणनीति का हिस्सा बने। लेकिन अभी के लिए, अमेरिका की शीर्ष सुरक्षा प्राथमिकताएँ AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और बायोटेक्नोलॉजी पर केंद्रित है।


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