अमेरिका की राजनीति और क्रिप्टो दुनिया गुरुवार को तब हिल गई जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Binance के संस्थापक और पूर्व सीईओ Changpeng Zhao, जिन्हें क्रिप्टो जगत में सीजेड (CZ) के नाम से जाना जाता है, को राष्ट्रपति क्षमा (Presidential Pardon) दे दी।
यह वही झाओ हैं जिन्होंने नवंबर 2023 में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी लापरवाही स्वीकार की थी और अमेरिकी न्याय विभाग के साथ 4.3 अरब डॉलर के भारी समझौते के तहत Binance के सीईओ पद से इस्तीफा दिया था।
ट्रंप प्रशासन ने इस माफी को “क्रिप्टो उद्योग के प्रति निष्पक्षता और नवाचार की रक्षा का प्रतीक” बताया है, जबकि डेमोक्रेट खेमे ने इसे राजनीतिक अवसरवाद और व्यक्तिगत लाभ से जुड़ा कदम करार दिया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने एक बयान में कहा,
राष्ट्रपति ट्रंप ने संविधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए श्री झाओ को माफी दी, जिन्हें बाइडन प्रशासन ने अपनी क्रिप्टो-विरोधी मुहिम के तहत निशाना बनाया था।
उन्होंने आगे कहा कि झाओ पर धोखाधड़ी या किसी प्रत्यक्ष पीड़ित के आरोप नहीं थे, फिर भी उन्हें कठोर कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम ट्रंप की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वे बाइडन प्रशासन की आर्थिक नीतियों और डिजिटल नवाचार पर उसकी “दमनकारी” नीति की आलोचना कर रहे हैं।
ट्रंप पहले भी क्रिप्टो समर्थक रुख अपनाने के संकेत दे चुके हैं और उनके परिवार के कुछ उद्यम क्रिप्टो निवेश से जुड़े हुए हैं।
CZ और ट्रंप का समीकरण
चांगपेंग झाओ, जिन्हें विश्व के सबसे प्रभावशाली क्रिप्टो उद्यमियों में गिना जाता है, ने माफी के बाद सोशल मीडिया पर अपनी कृतज्ञता जताई। उन्होंने लिखा:
आज की माफी और अमेरिका में निष्पक्षता, नवाचार और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखने के लिए मैं राष्ट्रपति ट्रंप का गहरा आभारी हूं।
Binance और झाओ को ट्रंप परिवार के क्रिप्टो उपक्रमों के प्रमुख समर्थक के रूप में भी देखा जाता है। इस वजह से आलोचकों का कहना है कि यह माफी “आर्थिक हितों और राजनीतिक निकटता” दोनों से प्रेरित हो सकती है।
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कानूनी पृष्ठभूमि और विवाद
झाओ पर अमेरिकी न्याय विभाग ने बैंक सीक्रेसी एक्ट (Bank Secrecy Act) के उल्लंघन का आरोप लगाया था। अभियोजन पक्ष के अनुसार, बिनांस ने जानबूझकर अपर्याप्त एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कार्यक्रम चलाया और अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों का उल्लंघन किया, ताकि अमेरिकी बाजार से लाभ उठाया जा सके।
नवंबर 2023 में हुए समझौते के तहत बिनांस ने 4.3 अरब डॉलर का जुर्माना भरने पर सहमति जताई थी, जो क्रिप्टो उद्योग के इतिहास में सबसे बड़ी कानूनी सुलह में से एक थी। उस समय झाओ ने अपने बचाव में कहा था कि उनकी टीम ने “अनजाने में हुई कमियों” के लिए जिम्मेदारी ली है और वे भविष्य में अनुपालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
असर और प्रतिक्रिया
ट्रंप द्वारा दी गई माफी ने अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में गरमा-गरम बहस छेड़ दी है। रिपब्लिकन समर्थक इसे नवाचार को पुनर्जीवित करने वाला कदम बता रहे हैं, जबकि डेमोक्रेट सांसद इसे “कानूनी तंत्र को कमजोर करने वाला राजनीतिक सौदा” कह रहे हैं।
क्रिप्टो उद्योग के कई दिग्गजों ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह माफी अमेरिका में ब्लॉकचेन और डिजिटल एसेट्स के लिए एक नई नीति दिशा का संकेत हो सकती है।
वहीं आलोचकों को डर है कि इससे “कॉर्पोरेट जवाबदेही” पर नकारात्मक असर पड़ेगा और शक्तिशाली उद्यमियों को गलत संदेश जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह माफी सिर्फ एक कानूनी निर्णय नहीं बल्कि 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप का रणनीतिक राजनीतिक दांव है। वे क्रिप्टो समर्थक युवा निवेशकों और टेक समुदाय को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रहे हैं, जो बाइडन प्रशासन की कठोर क्रिप्टो नीति से असंतुष्ट हैं।
निष्कर्ष
Trump द्वारा चांगपेंग झाओ को दी गई माफी अमेरिकी राजनीति में नवाचार बनाम नियंत्रण की बहस को फिर से जगा देती है। यह फैसला न केवल क्रिप्टो उद्योग को नई ऊर्जा दे सकता है, बल्कि अमेरिका की नियामक नीतियों और वैश्विक डिजिटल वित्त पर भी गहरा असर डाल सकता है।
आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह माफी ट्रंप की राजनीतिक रणनीति को कितना लाभ पहुंचाती हैऔर क्या इससे क्रिप्टो दुनिया को सच में “न्याय और नवाचार” की नई आज़ादी मिलेगी, या यह सिर्फ सत्ता की रणनीति भर साबित होगी।
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