क्रिप्टो गतिविधि में एक दिलचस्प मोड़ देखने को मिला है। Canary Capital द्वारा लॉन्च किया गया XRP स्पॉट ETF (XRPC) अपने पहले दिन ही भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम जुटाने में कामयाब रहा, लेकिन इसके बावजूद XRP टोकन और ETF की कीमतों में गिरावट आई। यह क्लासिक सेल-द-न्यूज़ मूव जैसा दिख रहा है।

ETF ने अपने पहले घंटों में ही लगभग $46 मिलियन का ट्रेडिंग वॉल्यूम दर्ज किया। Bloomberg के वरिष्ठ ETF विश्लेषक Eric Balchunas ने बताया कि पहले 30 मिनट में ही वॉल्यूम $26 मिलियन के करीब पहुंच गया था।

विश्लेषकों के मुताबिक, यह 2025 में किए गए ETF लॉन्चों में सबसे जोरदार शुरुआत हो सकती है, और कुछ का यह भी मानना है कि यह Bitwise की सोलाना ETF (BSOL) को टक्कर दे सकता है। 

यह ETF लंबे समय से बाजार की निगाहों में था, विशेष रूप से 2024 से, जब XRP में एक निवेश वाहन की संभावनाओं पर चर्चा तेज हुई थी। कई निवेशक यह उम्मीद कर रहे थे कि ETF लॉन्च से XRP में तेजी आएगी, क्योंकि ETF पारंपरिक वित्तीय बाजार से क्रिप्टो में पैसों को आकर्षित कर सकते हैं।

“सेल द न्यूज़” का असर

हालाँकि वॉल्यूम में मजबूती रही, लेकिन XRP की कीमतों में उतनी खुशी देखने को नहीं मिली। लॉन्च के दिन ही, कॉइन की कीमत में लगभग 2.7% की गिरावट आई। $2.50 के उच्च स्तर से यह करीब $2.28 तक गिर गई। ETF का टिकर XRPC भी प्रभावित हुआ। यह अपने इंट्राडे हाई लगभग $27 से घटकर $24.50 तक पहुंच गया।

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विश्लेषकों ने इसे “सेल-द-न्यूज़” मूव कहा है। वह स्थिति में जब निवेशक किसी बड़ी घोषणा के बाद लाभ बुक करना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा, XRP की कीमत अभी भी 365-दिन की मूविंग एवरेज के ठीक ऊपर है, जो एक तकनीकी सपोर्ट लेवल माना जाता है।

भविष्य की उम्मीदें और विश्लेषक दृष्टिकोण

कुछ विशेषज्ञों की धारणा है कि इस ETF लॉन्च के दूरगामी असर अभी सामने आना बाकी है। JPMorgan समेत अन्य वित्तीय संस्थानों ने अनुमान लगाया था कि XRP ETF में $8 बिलियन तक का पूंजी प्रवाह हो सकता है।

उसके अलावा, विश्लेषकों ने 2025 के अंत तक XRP में $5 तक रैली की उम्मीद जताई है, बशर्ते ETF की मांग बनी रहे और अमेरिकी सरकार की फिलहाल लंबित बंदी जैसी अनिश्चितताएं कम हो जाए। 

निष्कर्ष

XRP ETF की शुरुआत वॉल्यूम के लिहाज से शानदार रही है। यह दिखाता है कि निवेशकों के बीच उत्साह है और वे XRP को ETF के माध्यम से एक्सपोज़र देना चाहते हैं। लेकिन, शुरुआती सकारात्मक संकेतों के बावजूद XRP ETF का गिरना यह भी बताता है कि कुछ निवेशक तात्कालिक लाभ लेने की दिशा में आगे बढ़े हैं।

यहां एक अहम सवाल बनता है कि क्या यह सिर्फ एक शुरुआती प्रवृत्ति है या XRP की दीर्घकालीन कीमतों में ETF लॉन्च का सकारात्मक असर दिखेगा? आगे का ट्रेंड इस बात पर निर्भर करेगा कि दूसरे दिन से यह ETF कैसे ट्रेड करता है, निवेशकों का भरोसा कितना मजबूत रहता है और क्या वाकई बड़े पैमाने पर पूंजी इसमें आती है।

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