घाना ने क्रिप्टो ट्रेडिंग को वैध किया, केंद्रीय बैंक को मिलेगा नियंत्रित ढांचे के तहत निगरानी का अधिकार
घाना की संसद ने वर्चुअल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स बिल, 2025 (Virtual Asset Service Providers Bill, 2025) पारित कर क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग को वैध घोषित कर दिया है। अब क्रिप्टो ट्रेडिंग पर स्पष्ट कानून लागू होगा और बैंक ऑफ घाना को लाइसेंसिंग तथा निगरानी का अधिकार मिलेगा, जिससे धोखाधड़ी व वित्तीय जोखिमों पर काबू पाया जाएगा।
घाना ने डिजिटल संपत्ति व क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग को औपचारिक रूप से कानूनी मान्यता दे दी है, जिससे यह गतिविधि अब अनिश्चितता या ग्रे-एरिया से बाहर निकलकर एक संगठित नियामक ढांचे में आ जाएगी। संसद द्वारा पारित वर्चुअल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स बिल, 2025 (Virtual Asset Service Providers Bill, 2025) में डिजिटल एसेट ट्रेडिंग, एक्सचेंज और सेवा प्रदाताओं को नियंत्रित करने के लिए स्पष्ट नियमों का प्रावधान किया गया है।
घाना केंद्रीय बैंक के गवर्नर डॉ जॉनसन पंडिट एशियामा ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अब क्रिप्टो ट्रेडिंग कानूनी रूप से मान्य है और जो लोग इसमें भाग लेते हैं उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। इसके बजाय, जोखिम प्रबंधन और उपभोक्ता सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
क्रिप्टोकरेंसी उपयोग में भारी वृद्धि
घाना में पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी उपयोग में भारी वृद्धि देखी गई है। अनुमान के मुताबिक लगभग 3 मिलियन घानाई, देश की वयस्क आबादी का लगभग 17%, क्रिप्टो में लेनदेन करते हैं। जुलाई 2023 से जून 2024 तक लगभग 3 अरब डॉलर की ऑन-चेन क्रिप्टो गतिविधि हुई। इस व्यापक उपयोग के कारण सरकार और नियामक निकायों ने स्पष्ट रूप से नीति बनाने की आवश्यकता महसूस की।
नए कानून के तहत, अब क्रिप्टो सर्विस प्रोवाइडर्स (CASPs) को लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा और उन्हें बैंक ऑफ घाना या सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के अधीन आने की व्यवस्था रहेगी। यह कदम धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और अनियमित वित्तीय गतिविधियों को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
गवर्नर एशियामा ने कहा कि यह कानून केवल नियामक रूपरेखा नहीं है, बल्कि बेहतर नीतियों, मजबूत निगरानी और प्रभावी विनियमन को सक्षम करने वाला ढांचा है, जो नवाचार, वित्तीय समावेशन और क्रिप्टो क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगा। खासकर युवा उद्यमियों और तकनीक-प्रेमी व्यापारियों के लिए यह बदलते वित्तीय परिदृश्य में अवसर पैदा करेगा।
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निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा
विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की कानूनी स्पष्टता से स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा, जिससे घाना को एक क्रिप्टो अनुकूल और सुरक्षित वित्तीय केंद्र के रूप में स्थापित होने में मदद मिल सकती है। नियामक ढांचा यह सुनिश्चित करेगा कि डिजिटल संपत्ति उद्योग मानक अनुपालन, रिपोर्टिंग आवश्यकताओं और पारदर्शिता के साथ संचालित हो।
हालांकि पारित कानून के साथ यह स्पष्ट किया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मुद्रा नहीं बनाया गया है, बल्कि इसे एक नियंत्रित एवं सुरक्षित व्यापारिक गतिविधि के रूप में मान्यता दी गई है। इसका मुख्य उद्देश्य उपभोक्ता संरक्षण, आर्थिक स्थिरता और वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
अफ़्रीका में क्रिप्टो कानूनीकरण
घाना का यह कदम अफ़्रीका में व्यापक क्रिप्टो कानूनीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मिसाल स्थापित करता है। महाद्वीप में कई देशों जैसे केन्या, नाइजीरिया, दक्षिण अफ़्रीका और नामीबिया भी इस दिशा में सक्रिय कदम उठा रहे हैं ताकि डिजिटल संपत्ति और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के विकास को प्रोत्साहन मिल सके और जोखिमों को नियंत्रित किया जा सके।
इस नई नीति के क्रियान्वयन के साथ, घाना डिजिटल वित्तीय क्षेत्र में ज़्यादा पारदर्शिता, जवाबदेही और उन्नत तकनीकी नवाचार के लिए तैयार हो रहा है। यह बदलाव न केवल स्थानीय स्तर पर उपयोगकर्ताओं के हित में है, बल्कि वैश्विक निवेशकों और तकनीकी व्यवसायों के लिए भी आकर्षक अवसर पैदा कर सकता है।
निष्कर्ष
घाना द्वारा क्रिप्टो ट्रेडिंग को वैध बनाने वाला यह महत्वपूर्ण निर्णय देश को एक नियामक रूप से स्पष्ट और सुरक्षित डिजिटल अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे ले जाएगा। इससे न केवल जोखिम प्रबंधन और उपभोक्ता सुरक्षा बेहतर होगी, बल्कि घाना की आर्थिक समावेशन, नवाचार और निवेश संभावनाओं को भी मजबूती मिलेगी। डिजिटल संपत्ति के लिए यह विकसित कानूनी ढांचा अफ़्रीका में वित्तीय तकनीक के विस्तार में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।
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