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Rajeev RRajeev R

बिटकॉइन ETF से 5 दिनों में $825 मिलियन निकाले गये, अमेरिका बना सबसे बड़ा BTC विक्रेता

बिटकॉइन स्पॉट ETF से निवेशकों ने हाल के पांच ट्रेडिंग दिनों में कुल $825.7 Mn निकाले हैं, जिसमें अमेरिका संस्थागत निवेशकों के बीच सबसे बड़ा BTC विक्रेता बन गया है।

बिटकॉइन ETF से 5 दिनों में $825 मिलियन निकाले गये, अमेरिका बना सबसे बड़ा BTC विक्रेता
बाज़ार विश्लेषण

क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बिटकॉइन (BTC) एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) के निवेश प्रवाह ने पिछले सप्ताह और क्रिसमस की पूर्व संध्या पर गंभीर कमजोरी दिखाई। अमेरिकी स्पॉट बिटकॉइन ETF से पिछले पांच ट्रेडिंग दिनों में कुल $825.7 मिलियन के नेट बहिर्वाह दर्ज किए हैं, जिससे अमेरिका संस्थागत निवेशकों के बीच सबसे बड़ा BTC विक्रेता बन गया है।

डेटा के अनुसार, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अकेले $175.3 मिलियन का बहिर्वाह हुआ, जबकि दिसंबर के पहले कुछ ट्रेडिंग दिनों में लगातार यह प्रवाह नकारात्मक रहा है। इस अवधि में केवल 17 दिसंबर को $457.3 मिलियन का अन्तर्वाह देखा गया, लेकिन उसके अलावा सभी दिनों में ETF से पैसे निकले।

टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग बना प्रमुख कारण

विश्लेषकों और बाजार सहभागियों का मानना है कि इसका एक प्रमुख कारण टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग है, जहां निवेशक टैक्स लाभ लेने के लिए घाटे वाली संपत्ति बेचते हैं।

ट्रेडर एलेक ने कहा कि यह प्रवाह का नकारात्मक रुझान अस्थायी है और एक सप्ताह के भीतर यह खत्म हो सकता है, जिससे संस्थागत निवेश फिर से प्रवेश कर सकते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि शुक्रवार को रिकॉर्ड स्तर पर विकल्पों की समाप्ति ने जोखिम लेने की क्षमता पर दबाव डाला है। 

एक दिलचस्प संकेत कॉइनबेस प्रीमियम इंडेक्स ने भी दिखाया है कि दिसंबर में कई दिनों तक कॉइनबेस के बीटीसी/यूएसडी प्राइस और बाइनेंस के BTC/USDT प्राइस के बीच प्रीमियम नकारात्मक रहा है, जो दर्शाता है कि अमेरिकी बाज़ार में खरीदारों की मांग कमजोर है।

विश्लेषक टेड पिलोस ने बताया कि,

अमेरिका अब BTC का सबसे बड़ा विक्रेता है, वहीं एशिया बिटकॉइन का सबसे बड़ा खरीदार बन गया है।

बिटकॉइन पर व्यापक प्रभाव

इस प्रवाह की कमजोरी का व्यापक प्रभाव बिटकॉइन (BTC) की कीमत पर भी देखने को मिलता है, क्योंकि जब संस्थागत खरीदारी धीमी होती है तो कीमतें भी सपोर्ट प्वाइंट से नीचे दब जाती है। 

हालांकि, निवेशक और ट्रेडर 2026 में संभावित मजबूत रिकवरी की उम्मीद कर रहे हैं। बिटबुल (BitBull) नामक एक ट्रेडर ने कहा है कि ETF के नेट बहिर्वाह का अर्थ बाजार का अंत नहीं है, बल्कि यह तरलता का एक क्षणिक निष्क्रिय होना है। उनके अनुसार, सबसे पहले कीमत स्थिर होगी, फिर प्रवाह निगेटिव से न्यूट्रल होगा और अंत में ही इन्फ्लो बढ़ेगा।

व्हेल अलर्ट के आँकड़ों के अनुसार बिटकॉइन आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में सबसे अधिक निकासी ब्लैकरॉक के आईबीआईटी से (लगभग 91.37 मिलियन डॉलर) और ग्रे-स्केल के जीबीटीसी से करीब 24.62 मिलियन डॉलर दर्ज की गई।

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वहीं, ईथर आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों से भी लगभग 57 मिलियन डॉलर की निकासी हुई। विशेषज्ञों के अनुसार यह प्रवृत्ति मुख्यतः छुट्टियों के दौरान निवेशकों द्वारा जोखिम कम करने और नकदी प्रवाह बनाए रखने की रणनीति का परिणाम है।

हाल फ़िलहाल बिटकॉइन की कीमत लगभग $87,000–$89,000 के आसपास ट्रेड कर रही थी, जो पिछले कुछ महीनों में स्पॉट ETF के बीच स्थिरता की कमी को दर्शाता है। कुछ विश्लेषक चेतावनी दे रहे हैं कि अगर संस्थागत समर्थन जल्दी नहीं लौटता है, तो BTC मूल्य समर्थन स्तरों से नीचे जा सकता है।

संभावित प्रभाव

वैश्विक डिजिटल मुद्रा बाज़ार से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, कुछ अन्य परिसंपत्तियों में भी उल्लेखनीय हलचल देखी गई है। बीते 24 घंटों में कुल बाज़ार पूंजीकरण में लगभग 200 अरब अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई, जिसका नेतृत्व बिटकॉइन तथा अन्य डिजिटल मुद्रा आधारित विनिमय-व्यापार कोषों की गतिविधियों ने किया।

बिटकॉइन आधारित विनिमय-व्यापार कोषों से हो रहा यह निरंतर पूंजी बहिर्गमन संकेत देता है कि संस्थागत निवेशक इस समय खुदरा और ओवर-द-काउंटर बाज़ारों की तुलना में कम सक्रिय हैं।

कर नियोजन, विकल्प अनुबंधों की समाप्ति तथा अवकाश काल के कारण यह प्रवृत्ति अस्थायी मानी जा रही है। किंतु यदि वर्ष 2026 की शुरुआत तक इन कोषों में पूंजी प्रवाह स्थिर नहीं होता, तो बिटकॉइन की कीमतों पर अतिरिक्त दबाव पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

निष्कर्ष

अभी बिटकॉइन और संबंधित ETF बाजार में कमजोरी की स्थिति बनी हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह मौसमी और तकनीकी कारकों के कारण है, न कि बाजार की दीर्घकालिक गिरावट का संकेत। निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, लेकिन 2026 में संस्थागत निवेश के फिर से लौटने की संभावना बनी हुई है, जो BTC और क्रिप्टोकरेंसी बाजार में नई उछाल ला सकती है।

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