आज बिटकॉइन (BTC) में हल्की तेजी देखी गई है। यह डॉलर में लगभग $87,010 पर ट्रेड कर रहा है। भारत में यह करीब ₹77–78 लाख प्रति BTC की दर पर कारोबार कर रहा है। हालाँकि, कुछ दिन पहले बड़े सेल-ऑफ और ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट सेल-ओफ की वजह से कीमतें गिरकर $84,000 से नीचे आ गई थीं। आज की थोड़ी रिकवरी से निवेशकों में हल्की राहत है, लेकिन आगे की दिशा अस्थिर बनी हुई है।
निरंतर उतार-चढ़ाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच बिटकॉइन ट्रेडिंग आज भी सावधानी और सजगता की मांग करती है। हाल ही में बिटकॉइन (BTC) की कीमत अक्टूबर के उच्च स्तर लगभग 126,000 डॉलर से करीब 31 प्रतिशत गिर चुकी है। इस गिरावट ने निवेशकों में बेचैनी बढ़ा दी है और कई लोग अब मान रहे हैं कि बिटकॉइन 35,000 डॉलर तक गिर सकता है।
मंदी उतनी गहरी नहीं होगी: कुछ विश्लेषकों का दृष्टिकोण
लेकिन कुछ विश्लेषकों का अलग मत है। उनका कहना है कि इस बार मंदी उतनी गहरी नहीं होगी। विश्लेषक Sykodelic का कहना है कि इस चक्र में विस्तार उतना भारी नहीं हुआ जितना पहले। इसलिए, 70–75 प्रतिशत की गिरावट संभव नहीं है।
उन्होंने यह तर्क दिया कि बिटकॉइन ने ऊपर-नीचे की चार्टिंग में अब तक महीने के आधार पर निचला बोलिंगर बैंड से नीचे बंदी नहीं की है। ऐसे में, गिरावट का निम्नतम चोकॉर लगभग 55,000 डॉलर माना जा रहा है। टेक्निकल इंडिकेटर जैसे RSI यह संकेत दे रहा है कि पिछले बुल रन की तरह कोई ‘ओवरहीटिंग’ नहीं हुई, यानी गिरावट ज्यादा गहरी नहीं होगी।
अन्य विश्लेषकों की राय: 55K का बॉटम संभव, लेकिन अनिवार्य नहीं
कुछ विश्लेषक इस अनुमान से भी अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। उदाहरण के तौर पर, CoinEx के मुख्य विश्लेषक Jeff Ko का मानना है कि बिटकॉइन का 55,000 डॉलर तक गिरना अत्यंत कम संभावना वाला परिदृश्य है। उनके अनुसार, मौजूदा बाज़ार संरचना को देखते हुए इस बियर-मार्केट का संभावित न्यूनतम स्तर लगभग 65,000 से 68,000 डॉलर के बीच ही रह सकता है।
जेफ को तर्क देते हैं कि आज का बिटकॉइन बाज़ार पहले की तुलना में अधिक परिपक्व हो चुका है। इसमें संस्थागत निवेशकों की भागीदारी निरंतर बढ़ रही है, मार्केट-डेप्थ मजबूत हुई है और अत्यधिक लीवरेज पर निर्भरता कम हो रही है। इन कारकों का संयुक्त प्रभाव यह है कि बाज़ार में अचानक बड़े क्रैश या अनियंत्रित गिरावट की संभावना पहले की तुलना में काफी घट गई है।
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बाज़ार की संवेदनशीलता: सपोर्ट टूटते ही बढ़ेगा जोखिम
जेफ को अनुसार, भविष्य में आने वाली गिरावटें अपेक्षाकृत नरम, क्रमिक और नियंत्रित हो सकती हैं, जैसा कि हाल के चक्रों में देखा भी गया है। हालाँकि 55,000 डॉलर को मौजूदा स्थिति में बिटकॉइन का संभावित वर्स्ट-केस बॉटम माना जा रहा है। लेकिन यदि प्रमुख समर्थन क्षेत्र, विशेष रूप से 72,000 से 75,000 डॉलर का दायरा, नीचे की ओर टूटता है, तो बाज़ार में जोखिम अप्रत्याशित रूप से बढ़ सकता है।
ऐसी स्थिति में बड़े पैमाने पर सेल-ऑफ, ऊँचे स्तर की लिक्विडेशन वेव्स और घबराहट में होने वाली पैनिक सेलिंग कीमतों को तेजी से और नीचे धकेल सकती है, जिससे गिरावट की गहराई अपेक्षा से अधिक बढ़ने की आशंका रहती है। इसी कारण विशेषज्ञ निवेशकों को मौजूदा चरण में अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
तकनीकी चार्ट्स पर उभरते पैटर्न, बाज़ार की समग्र भावना, संस्थागत भागीदारी और वैश्विक आर्थिक संकेतकों, जैसे ब्याज दरें, मुद्रास्फीति और डॉलर इंडेक्स, पर लगातार नज़र रखना आवश्यक है। ये सभी कारक आगामी हफ्तों में Bitcoin की दिशा तय करने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
निष्कर्ष
इस समय, तकनीकी विश्लेषण और मौजूदा मार्केट स्थितियाँ संकेत दे रहे हैं कि इस मंदा बाजार में बिटकॉइन का 55,000 डॉलर से नीचे गिरने की संभावना कम है। 55,000 डॉलर को न्यूनतम आधार मूल्य माना जा रहा है। हालांकि अगर सपोर्ट ज़ोन टूटता है, तो गिरावट गहरी हो सकती है। इसके अलावा, अन्य विशेषज्ञ 65,000–68,000 डॉलर को अधिक यथार्थवादी डिप मानते हैं।
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