18 नवंबर क्रिप्टो बाजार के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। वैश्विक स्तर पर $1 अरब से अधिक की लिक्विडेशन के तूफान ने Bitcoin को सात महीने बाद पहली बार $90,000 के नीचे धकेल दिया। करीब 30% की इस भारी गिरावट ने 2025 में Bitcoin द्वारा हासिल अधिकांश लाभ मिटा दिए।

लेकिन दिलचस्प बात यह रही कि जहां वैश्विक क्रिप्टो बाजार घबराहट और तेज बिकवाली से भरा था, वहीं भारतीय क्रिप्टो निवेशकों ने इस गिरावट को एक ‘गोल्डन ऑपर्च्युनिटी’ की तरह अपनाया।

निवेशकों ने डिप में खरीदारी करते हुए यह संकेत दिया कि भारत में बिटकॉइन और अन्य डिजिटल एसेट्स को लेकर दीर्घकालिक भरोसा लगातार मजबूत हो रहा है।

भारत के प्रमुख एक्सचेंजों के अनुसार, 18 नवंबर को रिटेल और बड़े निवेशकों ने भारी खरीदारी की। खासकर CoinSwitch, Giottus और CoinDCX जैसे प्लेटफॉर्मों पर असामान्य रूप से अधिक गतिविधि दर्ज हुई।

यह भारतीय निवेशकों की बढ़ती समझ, परिपक्वता और रणनीतिक निवेश दृष्टिकोण का संकेत है।

डिप में खरीदारी का भारतीय ट्रेंड

CoinSwitch पर 18 नवंबर को रिटेल स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम का लगभग 40% सिर्फ बिटकॉइन का रहा, भले ही कीमत लगातार लाल निशान में बनी हुई थी। एक्सचेंज के आंकड़े बताते हैं कि निवेशकों ने गिरावट के दौरान भारी मात्रा में BTC खरीदा।

Giottus पर स्थिति और दिलचस्प रही। ‘बड़े खरीदार’, जिनके पास ₹5 लाख से अधिक का BTC है, उन्होंने अपनी होल्डिंग 15-20% तक बढ़ाई। सभी श्रेणियों के खरीद ऑर्डर कुल मिलाकर 10% बढ़े।

CoinDCX पर भी बाजार में अस्थिरता के बावजूद स्पॉट ट्रेडिंग गतिविधि सामान्य से अधिक मजबूत रही। एक्सचेंज का दैनिक वॉल्यूम $10 मिलियन से $23 मिलियन के बीच बना रहा।

निवेशकों ने इस सुधार का लाभ लेते हुए पोर्टफोलियो रीबैलेंस किया, मुनाफा निकाला और फिर से खरीदारी की।

यह सिर्फ अल्पकालिक सुधार

30% के इस क्रैश ने बाजार को भले ही हिला दिया लेकिन भारतीय एक्सचेंजों के संस्थापक और उद्योग विशेषज्ञ इससे चिंतित नहीं दिखे।

उनका मानना है कि यह क्रैश किसी साइक्लिकल चक्र का संकेत नहीं बल्कि एक “अल्पकालिक बुल मार्केट करेक्शन” है।

CoinSwitch के सह-संस्थापक आशीष सिंघल के अनुसार, बिटकॉइन का $90,000 से नीचे जाना कई व्यापक कारणों से हुआ है। अमेरिकी ब्याज दर कटौती को लेकर अनिश्चितता, वैश्विक शेयर बाजार की नकारात्मक भावना और बड़े धारकों का पोजीशन कम करना।”

क्या आप जानते हैं: भारत का crypto market 2035 तक 15 अरब डॉलर तक पहुंचने की राह पर

CoinDCX के सह-संस्थापक सुमित गुप्ता के अनुसार: “तेज मूल्य उतार-चढ़ाव के बावजूद बढ़ता वॉल्यूम बताता है कि निवेशक बाजार से दूर नहीं हुए हैं। यह बिटकॉइन की दीर्घकालिक क्षमता में भरोसा दिखाता है।”

इथेरियम में भी बढ़ी दिलचस्पी

बिटकॉइन की तर्ज पर इथेरियम में भी खरीदारी बढ़ी, हालांकि अपेक्षाकृत कम स्तर पर। Giottus के सह-संस्थापक विक्रम सुब्बुराज के अनुसार, ETH के खरीद ऑर्डर लगभग 5% बढ़े ।

उन्होंने कहा कि लंबे समय के निवेशक जानते हैं कि तेज सुधारों में ETH आमतौर पर BTC से थोड़ा पीछे रहता है, लेकिन स्थिरता आने पर मजबूत रिकवरी करता है।

2021 और 2017 जैसे पिछले चक्रों की तुलना में इस बार निवेशकों का व्यवहार अधिक रणनीतिक और परिपक्व दिखाई दे रहा है। 

सुब्बुराज के अनुसार, “निवेशक अब SIP, टारगेट अलोकेशन, हॉल्विंग चक्र और मैक्रो जोखिम की समझ के साथ निवेश कर रहे हैं। BTC को स्टेबलकॉइन और ब्लू-चिप ऑल्ट्स के साथ जोड़ना और इमरजेंसी लिक्विडिटी को बाजार से बाहर रखना एक नया सकारात्मक ट्रेंड है।”

HNI और फैमिली ऑफिस भी खरीदारी के मूड में

खरीदारी सिर्फ रिटेल निवेशकों तक सीमित नहीं रही। 9Point Capital जैसी डिजिटल एसेट मैनेजमेंट फर्मों ने भी इस गिरावट में खरीदारी बढ़ाई।

9Point Capital के हेड ऑफ क्वांट पार्थ श्रीवास्तव के मुताबिक, यह गिरावट एक संरचनात्मक सुधार थी। कुछ पुराने निवेशकों ने अपनी लंबे समय से रखी निष्क्रिय सप्लाई को बेचा, जिससे घबराहट फैली। लेकिन यह बुल मार्केट का सामान्य हिस्सा है।”

बिटकॉइन की गिरावट के पीछे का बड़ा कारण

विश्लेषकों के अनुसार, अक्टूबर की शुरुआत से ही कुछ लंबी अवधि के निवेशकों ने मुनाफा बुक करना शुरू कर दिया था। 2020–2022 से छुए न गए बिटकॉइन अचानक मूव होने लगे, जिससे कैस्केड-इफेक्ट के साथ व्यापक बिकवाली शुरू हुई। पिछले पांच हफ्तों में कुल क्रिप्टो मार्केट कैप $1.2 ट्रिलियन से अधिक गिर चुका है।

निष्कर्ष

भले ही बिटकॉइन $90,000 से नीचे फिसला हो और वैश्विक बाजार में घबराहट देखी गई, लेकिन भारतीय निवेशकों ने इस गिरावट को अवसर में बदल दिया।

रणनीतिक खरीदारी, मजबूत वॉल्यूम, और दीर्घकालिक विश्वास ने यह साफ कर दिया है कि भारतीय क्रिप्टो बाजार अब पहले से कहीं अधिक परिपक्व हो चुका है।

मौजूदा सुधार अल्पकालिक है और विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में बाजार में स्थिरता और रिकवरी दोनों देखने को मिलेंगे।

ऐसी ही और ख़बरों और क्रिप्टो विश्लेषण के लिए हमें X पर फ़ॉलो करें, ताकि कोई भी अपडेट आपसे न छूटे!