बेंगलुरु के एक 32 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को एक महिला ने शादी का झांसा देकर कथित रूप से एक फर्जी क्रिप्टोकरेंसी निवेश प्लेटफॉर्म में निवेश करने के लिए उकसाया, जिसके चलते उन्होंने करीब ₹55.64 लाख की राशि गंवा दी। पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी और साइबर अपराध की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित युवक ने फरवरी 2025 में वोक्कालिगा समुदाय के लिए एक मैट्रिमोनी वेबसाइट पर प्रोफाइल बनाया था। कुछ समय बाद एक महिला ने उनसे संपर्क किया और खुद को उसी समुदाय से बताते हुए रिश्ता आगे बढ़ाने की इच्छा जताई। शुरुआती बातचीत पारंपरिक विवाह प्रस्तावों के अनुरूप रही, लेकिन कुछ ही दिनों में महिला ने क्रिप्टो निवेश का विषय छेड़ दिया और दावा किया कि वह एक प्राइवेट क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से अच्छा मुनाफा कमा रही है।
महिला ने युवक को भी उस प्लेटफॉर्म से जुड़ने और साथ मिलकर भविष्य के लिए धन संचित करने का सुझाव दिया। उसने एक लिंक साझा किया, जो एक पेशेवर दिखने वाली क्रिप्टो ट्रेडिंग वेबसाइट का था। युवक ने शुरुआत में ₹1 लाख का निवेश किया, जिसके बाद वेबसाइट पर उसे लगभग ₹1.4 लाख का 'वॉलेट बैलेंस' दिखाया गया। यह देखकर उसने विश्वास कर लिया कि प्लेटफॉर्म वास्तविक है।
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इसके बाद कुछ ही हफ्तों में उसने अलग-अलग बैंक खातों में कुल ₹55.64 लाख ट्रांसफर किए। रकम भेजने के दौरान उसे लगातार कृत्रिम लाभ दिखाए जाते रहे। जब उसने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो वेबसाइट ने "विथड्रॉवल टैक्स" और "फंड रिलीज फीस" के नाम पर और पैसे मांगे। इसके बाद न तो पैसे वापस मिले और न ही महिला से कोई संपर्क हो पाया।
पीड़ित ने मामले की शिकायत बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस से की है। पुलिस ने बताया कि इस प्रकार की ठगी संगठित साइबर अपराध गिरोहों द्वारा की जा रही है, जो पहले भावनात्मक रिश्ता बनाकर भरोसा हासिल करते हैं और फिर निवेश के नाम पर ठगी करते हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि जिस वेबसाइट के जरिए युवक को निवेश कराया गया था, वह नकली थी और संभवतः विदेश में होस्ट की गई थी।
अधिकारियों के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी आधारित धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इनमें अक्सर पीड़ितों को सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स या मैट्रिमोनी पोर्टल्स के जरिए टार्गेट किया जाता है। इस मामले में भी क्रिप्टो में तेज़ और सुनिश्चित मुनाफे का लालच देकर पीड़ित को जाल में फंसाया गया।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर ऑनलाइन निवेश न करें और विशेष रूप से तब सावधानी बरतें जब मामला भावनात्मक या व्यक्तिगत रिश्ता जोड़ने से जुड़ा हो। साथ ही, ऐसी किसी भी वेबसाइट पर निवेश करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करना आवश्यक है।
इस मामले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने बैंक खातों और डिजिटल ट्रांज़ैक्शन का विश्लेषण शुरू कर दिया है। जांच जारी है।
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