Update (July 17, 11:00 am UTC): This article has been updated to add data from CoinGecko’s Q2 Crypto Industry Report.
2025 की दूसरी तिमाही में क्रिप्टो बाजार में एक दिलचस्प विरोधाभास देखने को मिला। एक ओर बिटकॉइन की कीमत में उल्लेखनीय उछाल आया, वहीं दूसरी ओर केंद्रीकृत एक्सचेंजों (CEXs) पर स्पॉट ट्रेडिंग में भारी गिरावट दर्ज की गई। टोकनइनसाईट (TokenInsight) की नवीनतम रिपोर्ट क्रिप्टोकरेंसी व्यापार की बदलती प्रवृत्तियों और निवेशकों के व्यवहार पर गहरी रोशनी डालती है।
2024 की चौथी तिमाही में जहाँ यह वॉल्यूम $5.3 ट्रिलियन था, वह Q1 2025 में $4.6 ट्रिलियन और Q2 में और घटकर $3.6 ट्रिलियन रह गया।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि यह गिरावट खासकर ऑल्टकॉइन ट्रेडिंग गतिविधियों और तरलता में कमी के चलते हुई, जबकि डेरिवेटिव बाजार अपेक्षाकृत मजबूत बने रहे।
TokenInsight की शोध टीम ने लिखा: “ट्रेडरों ने Q1 में शुरू की गई उच्च-आवृत्ति डेरिवेटिव ट्रेडिंग की रणनीति Q2 में भी जारी रखी, ताकि बाजार की अनिश्चितता में जोखिम को संतुलित किया जा सके और वोलैटिलिटी से लाभ उठाया जा सके।”
कुछ एक्सचेंजों ने गिरावट के बीच भी दिखाई मजबूती
जहां Q1 से Q2 के बीच औसत दैनिक स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम $52 बिलियन से घटकर $40 बिलियन हो गया (यानी 23% की गिरावट), वहीं (मेक्ससी) MEXC ने विपरीत रुख दिखाया और Q2 में 2.7% की बढ़त के साथ सबसे अधिक लाभ कमाया। इसके अलावा (बिटगेट) Bitget ने भी 0.7% की मामूली वृद्धि दर्ज की।
रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि मौजूदा आर्थिक अनिश्चितताओं और ऑल्टकॉइन बाजार की कमजोर स्थिति के कारण Q3 2025 में स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम $3 ट्रिलियन से $3.5 ट्रिलियन के बीच सीमित रह सकता है।
डेरिवेटिव बाजार ने दिखाई स्थिरता
जहां स्पॉट बाजार नीचे गिरा, वहीं डेरिवेटिव ट्रेडिंग ने अपेक्षाकृत मजबूती दिखाई। Q2 2025 में इसका कुल वॉल्यूम $20.2 ट्रिलियन रहा, जो Q1 के $20.9 ट्रिलियन से केवल 3.6% कम था। यह मामूली गिरावट भी बाजार में जारी सुधार की ओर संकेत करती है।
TokenInsight के अनुसार: “हालांकि अप्रैल की शुरुआत में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी रोकने से निवेशकों का मनोबल कुछ समय के लिए सुधरा, लेकिन वैश्विक आर्थिक मंदी और भू-राजनीतिक तनावों ने निवेश व्यवहार पर असर बनाए रखा।”
ETF निवेश ने बिटकॉइन को दी नई रफ्तार
CEXs के स्पॉट और डेरिवेटिव वॉल्यूम में गिरावट के बीच क्रिप्टो ETF, विशेषकर बिटकॉइन ETF, ने शानदार प्रदर्शन किया। ब्लैकरॉक (BlackRock) जैसे प्रमुख जारीकर्ताओं ने Q2 में 370% की निवेश प्रवाह वृद्धि दर्ज की।
कॉइनगेको (CoinGecko) के अनुसार, इस निवेश प्रवाह और कॉर्पोरेट अपनाने के चलते बिटकॉइन की कीमत में Q2 के दौरान 25% की वृद्धि हुई, जबकि Q1 में इसमें 12% की गिरावट आई थी।
TokenInsight के अनुसार, “एक्सचेंज टोकन अभी भी ऑल्टकॉइन बाजार की हालत से जुड़े हुए हैं। इस तिमाही में ट्रेडिंग गतिविधियों और तरलता में आई गिरावट ने प्लेटफ़ॉर्म टोकनों की स्थिति को और कमजोर किया।”
भविष्य को लेकर रिपोर्ट में कहा गया: “Q3 2025 में एक्सचेंज टोकनों का प्रदर्शन अलग-अलग दिशाओं में हो सकता है, जो बाजार की अनिश्चितताओं को दर्शाता है।”
TokenInsight की यह रिपोर्ट बताती है कि क्रिप्टो बाजार अब केवल बिटकॉइन की कीमतों पर निर्भर नहीं है, बल्कि ट्रेडिंग व्यवहार, वैश्विक आर्थिक संकेतकों और निवेशकों की रणनीति में आए बदलाव भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। जहां स्पॉट ट्रेडिंग कमजोर होती जा रही है, वहीं डेरिवेटिव और ETF निवेश बाजार की नई दिशा तय कर रहे हैं। आने वाले समय में इन प्रवृत्तियों पर नजर बनाए रखना क्रिप्टो निवेशकों और विश्लेषकों के लिए अत्यंत आवश्यक होगा।