हाल ही में यह सामने आया है कि वैश्विक क्रिप्टो बाजार में कई बड़े संस्थानों ने बिटकॉइन और एथेरियम दोनों में अपने एक्सपोज़र को बढ़ाया है, भले ही बाजार में खुदरा निवेशकों की गतिविधियाँ मंद हों।
वर्तमान में बिटकॉइन (BTC) लगभग 86,923 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। पिछले 24 घंटे में हल्की बढ़ोतरी के साथ, लेकिन साप्ताहिक चार्ट पर गिरावट दर्ज की जा रही है। जबकि एथेरियम (ETH) की कीमत 2,799 डॉलर के करीब है, जो इस हफ्ते की गिरावट दर्शाती है।
बाजार की अस्थिरता भले ही धीरे-धीरे कम हो रही है, लेकिन समग्र तरलता अब भी कमजोर बनी हुई है। बड़े आर्थिक संकेतकों और केंद्रीय बैंकों के संभावित फैसलों से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं, जिसके कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम दबा हुआ है और बाजार में स्पष्ट दिशा की कमी महसूस की जा रही है।
संस्थागत निवेश क्यों बढ़ रहा है?
2025 में कई निवेश संस्थान और एसेट मैनेजर्स क्रिप्टो को “डिजिटल एसेट क्लास” के रूप में देख रहे हैं, न कि सिर्फ सट्टा के रूप में। रिपोर्ट्स अनुसार, कई प्रमुख संस्थागत निवेशकों ने अपने पोर्टफोलियो में 1%–4% तक क्रिप्टो अलोकेशन को मंज़ूरी दी है, जो पारंपरिक वित्तीय पद्दतियों की तुलना में क्रिप्टो को स्वीकार कर रही है।
वे अब क्रिप्टो को दूरगामी निवेश के रूप में देख रहे हैं, खासकर जब बाजार में वोलैटिलिटी और अस्थिरता के बीच स्थिरता एवं विविधीकरण की जरूरत बनी हुई है। इसके अलावा, 2025 के तीसरे तिमाही (Q3) की समीक्षा कहती है कि क्रिप्टो की कहानी सिर्फ “डिजिटल गोल्ड” तक सीमित नहीं रह गई है। स्टेबलकॉइन्स और टोकनाइज्ड एसेट्स ने भी बाजार में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।
चुनौतियाँ और बाजार दबाव
हालाँकि संस्थागत खरीद जारी है, लेकिन बाजार पूरी तरह शांत नहीं है। शुरुआत में दिखी तेजी के बाद अब वॉल्यूम घटा है, विशेषकर खुदरा निवेशकों की भागीदारी कम हुई है।
कुछ रिपोर्ट्स यह भी कहती हैं कि हाल की गिरावट और कमजोर तरलता ने निवेशकों की सतर्कता बढ़ा दी है, खासकर उन धड़ा के लिए जो सिर्फ उतार-चढ़ाव पर दांव लगाने वाले थे।
क्या आप जानते हैं: क्रिप्टो बाजार की गिरावट बन सकती है आपके लिए सुनहरा मौका
इसके साथ ही, बिटकॉइन और एथेरियम दोनों नेटवर्क पर खनन से जुड़ी फर्मों को भी मार्जिन दबाव का सामना करना पड़ रहा है। ब्लॉक रिवॉर्ड्स गिर रही हैं, जबकि संचालन लागत बढ़ रही है।
आने वाले महीनों का परिदृश्य
विश्लेषकों का मानना है कि यदि संस्थागत निवेश जारी रहा, तरलता वापस लौटी और नियामक स्पष्टता बनी रही, तो क्रिप्टो बाजार को 2026 में नया बुल-चक्र मिल सकता है।
कुछ दीर्घकालीन अनुमान यह भी देते हैं कि बिटकॉइन 2035 तक $1.3 मिलियन की वैल्यू तक पहुंच सकता है, अगर संस्थागत वित्तीय प्रवाह और व्यापक स्वीकार्यता बनी रही।
निष्कर्ष
वैश्विक क्रिप्टो बाजार आज एक संक्रमण काल से गुज़र रहा है जहाँ खुदरा निवेशकों की रूचि कम हुई है, लेकिन बड़ी संस्थाएं Bitcoin और Ethereum में भरोसा दिखा रही हैं। यह बदलता परिदृश्य इस बात का संकेत हो सकता है कि अब क्रिप्टो सिर्फ सट्टा नहीं बल्कि एक “वैध डिजिटल एसेट क्लास” बनकर उभर रहा है।
अगर संस्थागत निवेश, तरलता व नियामक स्पष्टता बनी रही, तो 2025 के अंत या 2026 में क्रिप्टो को नया बुल चक्र मिलना संभव है। पर, विश्लेषकों की सलाह है कि निवेशक अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से दूर रहकर दीर्घकालीन दृष्टिकोण अपनाएं, क्योंकि क्रिप्टो अभी भी अत्यधिक अस्थिर है।
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