क्रिप्टोकरेंसी जगत में टेरा (Terra) और लूना (LUNA) के पतन से उत्पन्न विवाद अब मुकदमेबाज़ी के रूप में सामने आया है, जिसमें टेराफॉर्म लैब्स के प्रशासक ने हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग फर्म जंप ट्रेडिंग (Jump Trading) के खिलाफ 4 अरब डॉलर का मुकदमा दायर किया है। इस मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि जंप ट्रेडिंग ने टेरा इकोसिस्टम का ग़ैरकानूनी रूप से लाभ उठाकर 2022 के लगभग 50 अरब डॉलर के बाजार पतन में सक्रिय भूमिका निभाई।
दिवालियापन प्रशासक टॉड स्नाइडर द्वारा इलिनोइस के संघीय न्यायालय में दायर शिकायत में कहा गया है कि जंप ट्रेडिंग ने एक गुप्त समझौता किया था, जिसके तहत उसे LUNA टोकन बहुत कम दर पर खरीदने का अवसर दिया गया।
आरोप है कि जंप को LUNA टोकन $0.40 की कीमत पर खरीदने का विकल्प दिया गया, जबकि यह बाजार में $110 से ऊपर ट्रेड कर रहा था। इसके बदले, कहा गया कि जंप को TerraUSD (UST) के डॉलर पेग, जिसे स्टेबलकॉइन के रूप में प्रचारित किया गया था, को बनाए रखने में मदद करनी थी जिससे इसके अल्गोरिदमिक कमजोरियों को छुपाया जा सके।
सज्जनों की सहमति
कंप्लेंट में यह भी दावा किया गया है कि यह गुप्त “सज्जनों की सहमति” नियामक जांच से बचने के लिए किया गया था, और पहली बार जब TerraUSD ने पेग खोया तो Jump ने यह दावा किया कि यह अकेले अल्गोरिदमिक सिस्टम की मजबूती के कारण वापस ला दी गई थी। अपने हस्तक्षेप को सार्वजनिक रूप से न बताकर* निवेशकों को गुमराह किया गया।
स्नाइडर ने बयान में कहा, “जंप ट्रेडिंग ने टेराफॉर्म लैब्स के इकोसिस्टम का सक्रिय रूप से शोषण किया, जिससे ऋणदाताओं और हताहित निवेशकों के लिए नुकसान की वसूली के लिए इस कार्रवाई की आवश्यकता पैदा हुई।”
मुकदमे का निशाना केवल जंप ट्रेडिंग नहीं है, बल्कि इसके सह-संस्थापक विलियम डीसोम्मा और पूर्व जंप क्रिप्टो अध्यक्ष कनव करिया भी रहे हैं, जिनके ऊपर भी इसी तरह के आरोप लगाए गए हैं।
टेरा ब्लॉकचेन इकोसिस्टम 2022 में ध्वस्त हुआ
टेरा ब्लॉकचेन इकोसिस्टम 2022 में तब ध्वस्त हुआ जब इसकी एल्गोरिदमिक स्टेबलकॉइन टेरायूएसडी (UST) ने अपने 1 डॉलर के पेग को खो दिया। इसके साथ ही मूल टोकन LUNA में भारी गिरावट आई, जिससे बाजार में लगभग 50 अरब डॉलर का मूल्य नष्ट हो गया। इस पतन ने न केवल खुद निवेशकों को भारी नुकसान पहुँचाया, बल्कि व्यापक क्रिप्टो मार्केट पर भी गंभीर प्रभाव डाला।
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जंप ट्रेडिंग ने त्वरित प्रतिक्रिया में इन आरोपों को खारिज किया है और इसे टेराफॉर्म लैब्स की विफलताओं से ध्यान हटाने का एक कोशिश बताया है। कंपनी का कहना है कि उसके ट्रेडिंग गतिविधियाँ कानून और बाजार आधारित थी और उस पर लगाए गए आरोप बुनियादी साक्ष्य पर आधारित नहीं है।
यह पहला ऐसा मुकदमा नहीं है जिसमें Jump के खिलाफ Terra से जुड़ी कानूनी चुनौतियाँ सामने आई हैं। 2023 में भी एक अलग मुकदमे में दावा था कि Jump ने TerraUSD की कीमत को एल्गोरिदमिक तरीके से नहीं बल्कि बाजार में हस्तक्षेप करके स्थिर बनाए रखने की कोशिश की, जिससे नियमित निवेशकों को भ्रामक संकेत मिले और उन्हें भारी नुकसान हुआ।
$123 मिलियन जुर्माना
रिपोर्टों के अनुसार, जंप की सहायक कंपनी ताई मो शान लिमिटेड (Tai Mo Shan Limited) को पहले ही SEC (यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंजिस कमीशन) द्वारा $123 मिलियन जुर्माना का निपटान करना पड़ा था, जिसमें उसे UST की स्थिरता के बारे में निवेशकों को भ्रामक सूचना देने का दोषी माना गया था।
क्रिप्टो विश्लेषकों का मानना है कि यह मुकदमा न केवल टेरा पतन के लिए ज़िम्मेदारी तय करने का एक बड़ा कदम है, बल्कि शायद बड़े ट्रेडिंग फर्मों की पारदर्शिता, बाजार हस्तक्षेप और स्टेबलकॉइन डिजाइन की विश्वसनीयता पर एक व्यापक बहस को भी जन्म दे सकता है।
निष्कर्ष
जंप ट्रेडिंग के ख़िलाफ़ Terraform Labs की यह $4 अरब की मुकदमा दायर करना क्रिप्टो दुनिया में नियामक और कानूनी जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि केवल तकनीकी असफलताओं के बजाय बाजार-हस्तक्षेप, गुप्त समझौते और संभावित धोखाधड़ी जैसी गंभीर बातों की भी जाँच आवश्यक है। यह मामला आगे चलकर क्रिप्टो निवेशकों, फर्मों और नियामकों के बीच पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
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