क्रिप्टोकरेंसी के सबसे प्रमुख डिजिटल एसेट बिटकॉइन के भाव को लेकर फंडस्ट्रैट ग्लोबल एडवाइजर्स और उसके सह-संस्थापक टॉम ली के बीच स्पष्ट मतभेद सामने आया है, जो निवेशकों और क्रिप्टो समुदाय में गहन चर्चा का विषय बन गया है। इस रिपोर्ट में हम इस विवादित प्राइस आउटलुक, उसके कारणों और इसके संभावित प्रभावों का विश्लेषण करेंगे।
2025 में बिटकॉइन ने एक नई ऑल-टाइम हाई (ATH) स्थापित की थी और वर्ष के अंत तक भी बाजार में भारी उछाल देखने को मिला। इस उछाल के बावजूद, कुछ विश्लेषकों ने भविष्य के लिए सतर्क दृष्टिकोण अपनाया है।
फंडस्ट्रैट के डिजिटल एसेट स्ट्रैटेजी प्रमुख सीन फैरेल और अन्य आंतरिक विश्लेषकों के अनुसार, बिटकॉइन 2026 की शुरुआत में 60,000 से 65,000 अमेरिकी डॉलर के बीच गिर सकता है। यह उम्मीद बाजार के मौजूदा उतार-चढ़ाव, ETF निवेश धाराओं की कमी और पोस्ट हल्विंग माइनर बिकवाली को देखते हुए जताई जा रही है।
भविष्य के लिए सतर्क दृष्टिकोण और टॉम ली
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार फंडस्ट्रैट का यह आंतरिक प्रोजेक्शन एक टैक्टिकल एडजस्टमेंट या अल्पकालिक सुधार के रूप में देखा जा रहा है, न कि बुल मार्केट के अंत के रूप में। उनके विश्लेषण में यह भी कहा गया है कि यदि बाजार स्थिर होता है, तो वर्ष के दूसरी छमाही में बिटकॉइन की कीमत फिर से ऊपर की ओर रुझान दिखा सकती है।
दूसरी ओर टॉम ली, जो फंडस्ट्रैट के सह-संस्थापक और हेड ऑफ रिसर्च हैं, सार्वजनिक रूप से काफी बुलिश रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने बार-बार कहा है कि बिटकॉइन आगे चलकर नया ऑल-टाइम हाई (ATH) बना सकता है।
कुछ अनुमानों में जनवरी 2026 के अंत तक यह लक्ष्य पूरा होने की बात तक कही गई है। ली का मानना है कि इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टमेंट, ट्रेडिशनल ब्रोकरेज और रिटायरमेंट अकाउंट्स में बिटकॉइन ETF के माध्यम से प्रवेश से भारी मांग पैदा होगी और इससे मूल्य में तेजी आएगी।
पारंपरिक निवेशक
ली का दृष्टिकोण यह है कि अभी भी बड़ी संख्या में पारंपरिक निवेशक हैं जो बिटकॉइन में निवेश नहीं किए हैं और जैसे ही वे ETF, IRA और ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल एसेट में प्रवेश करेंगे, यह कीमतों को उत्साहजनक रूप से बढ़ाएगा। इसके अलावा, ली का यह भी तर्क है कि बिटकॉइन का वैश्विक रिज़र्व एसेट के रूप में स्थान मजबूत हो रहा है, जो दीर्घकालिक मांग को मज़बूत करेगा।
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इस मतभेद ने क्रिप्टो समुदाय में काफी बहस को जन्म दिया है। कुछ निवेशकों का यह मानना है कि फंडस्ट्रैट के अंदर आंतरिक और सार्वजनिक रुख के बीच का यह अंतर सामान्य निवेश रणनीति का हिस्सा है, जहां फर्म जोखिम प्रबंधन के लिए आंतरिक कीमत अनुमानों पर काम करती है, जबकि सार्वजनिक रूप से अधिक सकारात्मक भविष्यवाणी भेजती है।
विरोधाभासी संदेश और निवेशक
वहीं अन्य लोगों का कहना है कि इस तरह के विरोधाभासी संदेश निवेशकों के लिए भ्रम पैदा कर सकते हैं और बाजार अस्थिरता को बढ़ा सकते हैं। स्थिति का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि बिटकॉइन की कीमत 2025 के अंत तक उतार-चढ़ाव के बीच व्यापार कर रही थी।
बाजार विश्लेषण दिखाता है कि अक्टूबर 2025 में $125,000 से ऊपर पहुंचने के बाद दिसंबर में यह लगभग $88,000 के आसपास आ गया। इस तरह का व्यवहार एक चंचल बाजार का संकेत देता है, जो अल्पकालिक स्पेकुलेशन और जोखिम को दर्शाता है।
इसके अलावा, वॉल स्ट्रीट के कुछ अन्य विश्लेषणों ने बिटकॉइन के लिए अलग रुझान पेश किए हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सिटी ग्रुप जैसे निवेश बैंक ने बिटकॉइन को 2026 तक $143,000 तक पहुंचने का अनुमान लगाया है, जबकि उनका मंदी वाला परिदृश्य लगभग $78,500 तक गिरावट का सुझाव देता है।
निष्कर्ष
बिटकॉइन का 2026 के लिए भविष्य स्पष्ट रूप से एकल राय नहीं रखता है। फंडस्ट्रैट के आंतरिक विश्लेषकों का सतर्क परिदृश्य और टॉम ली की बुलिश भविष्यवाणियाँ दर्शाती है कि बाजार आगे भी अस्थिर रह सकता है।
निवेशकों को यह समझने की आवश्यकता है कि क्रिप्टो बाजार परंपरागत वित्तीय बाजार की तुलना में अधिक उतार-चढ़ाव का अनुभव करता है और इसलिए समझदारी से जोखिम प्रबंधन और शोध करना महत्वपूर्ण है।
यदि आप बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो एसेट्स में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो विविध स्रोतों से जानकारी प्राप्त करना, जोखिम रणनीति बनाना और लंबे समय के लिए धैर्य बनाये रखना अत्यंत आवश्यक है।
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