मध्य-पूर्व में क्रिप्टो और ब्लॉकचेन आधारित वित्तीय सेवाओं को लेकर नई क्रांति की शुरुआत हो चुकी है। अबू धाबी के वित्तीय नियामक प्राधिकरण FSRA ने वित्तीय संस्थानों के लिए Ripple के डॉलर-समर्थित स्टेबलकॉइन RLUSD को आधिकारिक रूप से मंजूरी दे दी है।
RLUSD को मंजूरी
FSRA की मंजूरी के साथ आरएलयूएसडी को ADGM क्षेत्र में स्वीकृत फिएट संदर्भित टोकन घोषित कर दिया गया है।
इसका अर्थ यह है कि FSRA द्वारा लाइसेंस प्राप्त बैंक, फिनटेक कंपनियाँ, कस्टडी हाउस और अन्य अधिकृत वित्तीय संस्थान अब RLUSD का उपयोग कर सकेंगे, बशर्ते वे फिएट-रेफरेंस्ड टोकन से जुड़ी रिज़र्व, ऑडिट और अनुपालन आवश्यकताओं का पालन करें।
RLUSD, जिसे दिसंबर 2024 में जारी किया गया था, 1:1 संरक्षित डॉलर द्वारा समर्थित है और इसके रिज़र्व को उच्च-गुणवत्ता के तरल परिसम्पत्तियों में रखा जाता है।
तृतीय पक्ष ऑडिट और स्पष्ट रिडेम्प्शन अधिकार इसे संस्थागत उपयोग के लिए विशेष रूप से उपयुक्त बनाते हैं।
निरपेक्ष रूप से, RLUSD ने अब तक $1.2 बिलियन से अधिक की मार्केट कैप हासिल कर ली है, जो इसके बढ़ते उपयोग और भरोसे को दर्शाता है।
मध्य-पूर्व में डिजिटल एसेट फ्रेमवर्क का विकास
यह मंजूरी, क्षेत्र में डिजिटल एसेट्स और क्रिप्टोकरेंसी की वैधानिक स्वीकार्यता की दिशा में बड़ा कदम है।
यह पहले से ही दुबई वित्तीय सेवा प्राधिकरण (DFSA) द्वारा दी जा चुकी RLUSD की मंजूरी के बाद आया है।
जून 2025 में DFSA ने RLUSD को अपने वित्तीय क्षेत्र (Dubai International Financial Centre) में उपयोग के लिए वैध अधिसूचित किया था।
संयुक्त अरब अमीरात की नियामक सुगमता और वित्तीय नवाचार की ओर प्रतिबद्धता इस फैसले में स्पष्ट देखी जा सकती है।
2025 में लागू हुए नए केंद्रीय बैंक कानून (Federal Decree Law No. 6 of 2025) ने DeFi, Web3, स्टेबलकॉइन और डिजिटल एसेट सेवाप्रदाताओं को नियामक दायरे में लाया है।
इस परिप्रेक्ष्य में, RLUSD की स्वीकृति एक सकारात्मक संकेत है कि देश पारदर्शिता, अनुपालन और वित्तीय स्थिरता को प्राथमिकता दे रहा है।
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संस्थागत उपयोग: RLUSD कहाँ-कहाँ काम आएगा?
अब जब RLUSD को आधिकारिक रूप से स्वीकृति मिल चुकी है, तो लाइसेंसधारी संस्थान इसे कई प्रयोजनों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं:
1. क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स
तेज़, कम-लागत और स्पष्ट सेटलमेंट वाला विकल्प।
2. ट्रेडिंग, ट्रेजरी और कस्टडी उपयोग
कस्टोडियंस और एसेट मैनेजर्स इसे सुरक्षित डिजिटल डॉलर विकल्प के रूप में अपना सकेंगे।
3. ब्लॉकचेन इंटरऑपरेबिलिटी
Web3, टोकनाइजेशन और अन्य ब्लॉकचेन सेवाओं के बीच RLUSD एक भरोसेमंद सेतु बन सकता है।
4. कॉलेटरल और कैपिटल मार्केट उपयोग
संस्थागत DeFi और ऑन-चेन फाइनेंस को स्थिरता मिलेगी।
ADGM और DIFC में इस स्वीकृति से क्षेत्र वैश्विक डिजिटल वित्त हब बनने की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।
निष्कर्ष
ADGM द्वारा RLUSD को स्वीकृत फिएट-रेफरेंस्ड टोकन घोषित करना, क्रिप्टो-उद्योग और पारंपरिक वित्तीय जगत के बीच एक नया सेतु स्थापित करता है। यह न सिर्फ Ripple के लिए, बल्कि UAE और पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
जहाँ एक ओर यह कदम डिजिटल एसेट्स को वैधता, पारदर्शिता और संस्थागत श्रेणी उपयोग के लिए खोलता है, वहीं दूसरी ओर यह दुनिया भर के निवेशकों और वित्तीय संस्थानों के लिए नए अवसरों का द्वार खोलता है।
भविष्य में यदि अन्य स्टेबलकॉइन या क्रिप्टो एसेट्स के लिए भी इसी तरह की स्पष्ट नियामक मंजूरी मिलती रही, तो यह निश्चित रूप से पारंपरिक वित्तीय प्रणालाओं और नवाचारी डिजिटल वित्त के बीच संतुलन एवं सहयोग को मजबूती देगा।
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