अमेरिका की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनी Coinbase Global Inc. ने पुष्टि की है कि भारत में कंपनी का एक पूर्व ग्राहक सेवा एजेंट गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई उस बड़े सुरक्षा उल्लंघन के सिलसिले में हुई है, जिसमें हैकर्स ने ग्राहक डेटा तक पहुंच प्राप्त करने के लिए कर्मचारी और कॉन्ट्रैक्टर्स को रिश्वत दी थी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग ने इस गिरफ्तारी की जानकारी सोशल मीडिया पर दी और हैदराबाद पुलिस का धन्यवाद किया।
क्या था Coinbase का सुरक्षा उल्लंघन
Coinbase ने मई 2025 में बताया था कि एक गंभीर सुरक्षा घटना सामने आई थी, जिसमें बाहरी देशों में कार्यरत कुछ कॉन्ट्रैक्टर्स और कर्मचारियों को हैकर्स ने पैसे देकर संवेदनशील ग्राहक जानकारी तक पहुंचने के लिए तैयार किया था। इस जानकारी का उपयोग कई तरह की धोखाधड़ी और सोशल इंजीनियरिंग योजनाओं में किया जा सकता था। उस समय कंपनी ने बताया था कि इस मामले में लगभग $20 मिलियन की फिरौती की मांग की गई थी और संभावित नुकसान से निपटने का खर्च $400 मिलियन तक पहुंच सकता है।
Coinbase का कहना था कि हैकर्स ने सीधे किसी कोड या फायरवॉल को हैक नहीं किया बल्कि कंपनी के इंटर्नल सिस्टम तक पहुँच बनाने के लिए समर्थन कर्मचारियों का उपयोग किया। इस तरह की रणनीति ने कंपनी के लिए बड़ी सुरक्षा चुनौती पेश की थी।
गिरफ्तारी पर CEO का बयान
CEO ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि Coinbase ‘‘खराब व्यवहार के किसी भी रूप के लिए जीरो टॉलरेंस नीति’’ अपनाती है और कंपनी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर ऐसे लोगों को न्याय के कटघरे तक लाने के लिए काम करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि हैदराबाद पुलिस की मदद से एक पूर्व ग्राहक सेवा एजेंट को गिरफ्तार किया गया है और मामले में और भी गिरफ्तारी की उम्मीद है।
हालांकि कंपनी या पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी का नाम या उस पर लगे आरोपों के विशिष्ट विवरण सार्वजनिक तौर पर नहीं बताए हैं। यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि आरोपी Coinbase के प्रत्यक्ष कर्मचारी थे या किसी बाहरी सेवा प्रदाता के माध्यम से जुड़े थे।
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क्या ग्राहक फंड और लॉगिन सुरक्षित रहे?
Coinbase ने पहले यह स्पष्ट किया था कि इस सुरक्षा उल्लंघन में कुछ ग्राहक डेटा प्रभावित हुआ, जैसे नाम, पतों और ईमेल पता जानकारी। हालांकि कंपनी ने कहा कि पासवर्ड, लॉगिन क्रेडेंशियल या सीधे ग्राहकों के खातों तक पहुंच जैसी संवेदनशील जानकारी उजागर नहीं हुई थी।
कंपनी ने बताया कि उन्होंने संदिग्ध पहुंच का पता लगाया और तुरंत उन कर्मचारियों के सिस्टम एक्सेस को रोक दिया। इस घटना के बाद कंपनी ने धोखाधड़ी निगरानी उपायों को भी बढ़ाया और सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत किया।
क्या Coinbase का शेयर गिरा?
इस खबर के बाद Coinbase के शेयर बाजार में भी हल्का असर देखा गया। रिपोर्टों के अनुसार कंपनी का शेयर लगभग 1.2% गिर गया और साल भर में कुल मिलाकर लगभग 4.6% का नुकसान दर्ज किया गया। यह गिरावट निवेशकों की चिंताओं और सुरक्षा संबंधी घटनाओं के प्रभाव को दर्शाती है।
वैश्विक क्रिप्टो उद्योग में सुरक्षा की चुनौतियाँ
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब क्रिप्टो एक्सचेंज और डिजिटल संपत्ति प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा और ग्राहक डेटा की रक्षा और भी महत्वपूर्ण हो गई है। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि कर्मचारी और बाहर के सेवा प्रदाताओं के खिलाफ इनसाइडर जोखिम पर कड़ी निगरानी और प्रशिक्षण जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे उल्लंघनों को रोका जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी सुरक्षा के साथ-साथ मानव कारक पर भी ध्यान देना आवश्यक है।
आगे क्या हो सकता है?
Coinbase ने यह संकेत दिया है कि यह केवल एक गिरफ्तारी नहीं है बल्कि पूरी जांच जारी है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि हैकिंग से जुड़े अन्य आरोपियों और सहयोगियों की पहचान और गिरफ्तारी की दिशा में भी काम चल रहा है। अधिकारी और कंपनी दोनों इस मामले में और खुलासे कर सकते हैं क्योंकि जांच आगे बढ़ती है।
इस घटना ने वैश्विक क्रिप्टो उद्योग में न सिर्फ सुरक्षा चिंताओं को जगाया है बल्कि यह भी बताया है कि बड़ी तकनीकी कंपनियों को भी अंदरूनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना होगा। निवेशकों और उपयोगकर्ताओं का ध्यान ऐसे सुरक्षा उपायों पर केंद्रित रहेगा ताकि डिजिटल परिसंपत्तियों का उपयोग सुरक्षित और विश्वसनीय बना रहे।
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