CoinDCX की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाली महिलाओं की संख्या उल्लेखनीय रूप से दोगुनी दर्ज की गई है। यह प्रवृत्ति साफ संकेत देती है कि डिजिटल परिसंपत्तियों का क्षेत्र अब केवल पुरुष केंद्रित नहीं रहा। इसके विपरीत, महिलाएं न केवल इसमें शामिल हो रही हैं बल्कि एक आत्मविश्वासी और रणनीतिक निवेशक समुदाय के रूप में तेजी से उभर रही हैं।
रिपोर्ट में यह भी उजागर हुआ है कि महिलाओं के निवेश सिर्फ एक या दो क्रिप्टो एक्सचेंज तक सीमित नहीं रहा है। उन्होंने अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाई है जिसमें प्रमुख टोकन जैसे Bitcoin (BTC), Ethereum (ETH), Dogecoin (DOGE), Solana (SOL), और अन्य नेटवर्क-टोकन जैसे Polygon, XRP, Cardano, Avalanche आदि शामिल हैं। इस विविधीकरण को CoinDCX ने रिसर्च आधारित और लांग-टर्म निवेश की ओर निवेशकों के बढ़ते झुकाव के रूप में देखा है।
क्यों बढ़ रही है महिला भागीदारी?
CoinDCX रिपोर्ट के अनुसार, निवेशकों में महिलाओं की भागीदारी कई कारणों से तेज हुई है। ऑनलाइन गाइड, वर्कशॉप और ब्लॉग जैसे माध्यमों ने महिलाओं को क्रिप्टोक्यूरेंसी की जटिलता समझने में मदद की। मोबाइल ऐप और सरल इंटरफेस ने निवेश प्रक्रिया को आसान बना दिया, जिससे नए निवेशक भी सहज शुरुआत कर सकें।
फाइनेंस और डिजिटल एसेट्स को लेकर समाज में बढ़ता विश्वास और इनके इर्द-गिर्द बनने वाली सकारात्मक कहानियाँ महिलाओं की भागीदारी को विशेष रूप से प्रोत्साहित कर रही हैं।
दीर्घकालीन संपत्ति निर्माण की संभावना, निवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता, ब्लॉकचेन तकनीक की विश्वसनीयता और नियंत्रण अपने हाथ में होने की भावना महिलाओं को पारंपरिक निवेश विकल्पों से आगे बढ़कर क्रिप्टोकरेंसी जैसे उभरते वित्तीय साधनों की ओर आकर्षित कर रहे हैं।
इसके साथ ही ऑनलाइन शिक्षा, सामुदायिक समर्थन समूहों और वित्तीय स्वतंत्रता की बढ़ती आकांक्षा ने भी महिलाओं को इस क्षेत्र में कदम रखने का आत्मविश्वास दिया है।
जरूरी बदलाव
CoinDCX की रिपोर्ट यह दिखाती है कि 2025 में भारत का क्रिप्टो बाजार सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहा। निवेश की लहर अब टियर-2 व टियर-3 शहरों तक पहुंच चुकी है। लगभग 40% क्रिप्टो उपयोगकर्ता अब ऐसे शहरों से हैं।
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उदाहरण के लिए, Lucknow ने Ethereum ट्रेडिंग में पांच गुना वृद्धि दर्ज की और SUI जैसे नए टोकन के लिए प्रमुख हब बन गया। Pune में Solana ट्रेडिंग चार गुना बढ़ी। Jaipur में Ethereum ने पहली बार Bitcoin से आगे निकलकर लोकप्रियता हासिल की।
यह बदलती तस्वीर दर्शाती है कि किस तरह डिजिटल निवेश की पहुँच गांव-टाउन लेवल तक फैल रही है, जिससे भारत के वित्तीय परिदृश्य में एक नया, अधिक समावेशी अध्याय शुरू हो रहा है।
क्या यह सिर्फ शुरुआत है?
CoinDCX के सह-संस्थापक सुमित गुप्ता के अनुसार, अगर 2025 को भारत में क्रिप्टो के लिए परिपक्वता का साल माना जा सकता है, तो 2026 डिजिटल वित्त की अगली परत को परिभाषित करेगा। उनका तात्पर्य है कि अब निवेश केवल भावुकता या उत्साह पर आधारित नहीं है, बल्कि रिसर्च-आधारित, दीर्घकालिक रणनीति में बदल चुका है।
निष्कर्ष
CoinDCX की 2025 की रिपोर्ट यह साफ करती है कि भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश अब सिर्फ पुरुष-नियंत्रित निवेश का मामला नहीं रहा। महिलाएं, विशेषकर शहरी और गैर-मेट्रो दोनों इलाकों से, क्रिप्टो को एक वैध निवेश विकल्प के रूप में अपना रही हैं, वह भी विविधता भरे पोर्टफोलियो के साथ।
सिर्फ निवेशक आधार ही नहीं बदल रहा, बल्कि निवेश का रवैया भी बदल रहा है। शॉर्ट-टर्म स्पेक्युलेशन से हटकर रिसर्च आधारित लंबी अवधि के निवेश की ओर। यदि यह रुझान जारी रहा, तो 2026 और इसके बाद का दौर भारत में डिजिटल संपत्ति बाज़ार के लिए और अधिक समावेशी, स्थिर और परिपक्व साबित हो सकता है।
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