कोलकाता पुलिस ने एक बड़े क्रिप्टो निवेश घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें निवेशकों को लगभग 25 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
यह कार्रवाई Lalbazar की बैंक फ्रॉड यूनिट ने उस समय की जब एक निवेशक ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे डिजिटल मुद्रा में ऊंचे मुनाफे का झांसा देकर धोखाधड़ी की गई।

कैसे शुरू हुआ घोटाला

शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे एक ऑनलाइन निवेश योजना के ज़रिए “गैर–परंपरागत उच्च रिटर्न” का वादा किया गया था। आरोपी पहले छोटी राशि पर लाभ दिखाकर भरोसा जीतते थे, फिर निवेशकों से बड़ी रकम लगवाते थे।

कुछ महीनों बाद, न तो पैसा वापस मिला और न ही वादा किया गया मुनाफा। जब निवेशक संपर्क करने लगे, तो वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों बंद कर दिए गए।

दो आरोपी हिरासत में

पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम अनिर्बान घोष और प्रियांका साहू बताए जा रहे हैं।

दोनों को मंगलवार रात हिरासत में लिया गया और बुधवार को Bankshall Court में पेश किया गया। अदालत ने पुलिस की मांग पर दोनों को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया है ताकि जांच गहराई से की जा सके।

पुलिस जांच और नेटवर्क की पड़ताल

पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि यह कोई एकल अपराध नहीं था बल्कि एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।

जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस नेटवर्क का कोई अन्य राज्य या देश से संबंध है। पुलिस डिजिटल वॉलेट, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और सोशल मीडिया प्रमोशन चैनल्स की भी छानबीन कर रही है।

डिजिटल प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने सोशल मीडिया और ऑनलाइन विज्ञापनों के ज़रिए लोगों को लुभाया। उन्होंने अपने प्लेटफॉर्म को “ब्लॉकचेन–आधारित निवेश अवसर” के रूप में प्रचारित किया।

निवेशकों को बताया गया कि उनकी राशि बिटकॉइन और अन्य डिजिटल संपत्तियों में लगाई जा रही है, जिससे “महीने में 15% तक रिटर्न” मिलेगा।

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पुलिस का मानना है कि शुरुआती निवेशकों को छोटे भुगतान किए गए ताकि और लोग आकर्षित हों। बाद में सभी खातों को फ्रीज़ कर दिया गया और वेबसाइट गायब हो गई।

राज्य में बढ़ती क्रिप्टो धोखाधड़ी

यह मामला अकेला नहीं है। पिछले कुछ महीनों में पश्चिम बंगाल पुलिस को ऐसे कई क्रिप्टो निवेश धोखाधड़ी के मामले मिले हैं।

अधिकारी मानते हैं कि डिजिटल निवेश का ट्रेंड बढ़ने के साथ ही साइबर अपराधी इस क्षेत्र में सक्रिय हो रहे हैं। कई लोग बिना पर्याप्त समझ के “झटपट मुनाफे” वाली योजनाओं में पैसा लगा देते हैं।

पुलिस की अपील और चेतावनी

कोलकाता पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात प्लेटफॉर्म पर निवेश करने से पहले उसकी वैधता की जांच करें।

अधिकारियों ने कहा कि

अगर कोई योजना आपको असामान्य रूप से अधिक रिटर्न का वादा करती है, तो यह संभवतः धोखाधड़ी है।

साथ ही निवेशकों को यह सलाह दी गई है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त और नियामक–मान्यता प्राप्त एक्सचेंज या प्लेटफॉर्म पर ही निवेश करें।

आगे की कार्रवाई

पुलिस अब यह पता लगा रही है कि क्या गिरफ्तार आरोपियों ने इस रकम को अन्य खातों या क्रिप्टो वॉलेट्स में स्थानांतरित किया है।

जांच अधिकारी डिजिटल फॉरेंसिक टीम की मदद से लेनदेन ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि निवेशकों की राशि वापस दिलाई जा सके।

यह मामला न केवल क्रिप्टो निवेश की अनियंत्रित दुनिया पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि तकनीक जितनी उन्नत हो रही है, वित्तीय धोखाधड़ी के तरीके उतने ही जटिल होते जा रहे हैं।

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