मुख्य बिंदु
सिंगापुर में आयोजित TOKEN2049 कॉन्फ्रेंस ने दिखाया कि क्रिप्टो अब केवल चर्चा का विषय नहीं रहा, बल्कि वास्तविक तकनीकी और वित्तीय ढांचे के निर्माण की ओर बढ़ रहा है।
इस वर्ष के प्रमुख विषय रहे क्वांटम सुरक्षा, स्टेबलकॉइन नवाचार, विकेंद्रीकृत एआई (DeAI) और वास्तविक परिसंपत्तियों (RWA) का टोकनाइजेशन।
विशेषज्ञों ने इस दौरान तकनीकी जोखिमों, विनियामक चुनौतियों और तरलता की कमी पर भी गहरी चर्चा की।
सिंगापुर (अक्टूबर 2025)
सिंगापुर में आयोजित TOKEN2049 2025 सम्मेलन में वैश्विक क्रिप्टो उद्योग के नेता, डेवलपर, निवेशक और नियामक एक साथ जुटे।
इस बार का माहौल पहले की तुलना में अधिक परिपक्व दिखाई दिया। चर्चाओं में यह साफ तौर पर झलका कि बाजार अब सिर्फ कीमतों और ट्रेंड्स से आगे बढ़कर असली इंफ्रास्ट्रक्चर और उपयोगिता पर ध्यान दे रहा है।
हालांकि माहौल उत्साहजनक था, लेकिन कई विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि तकनीकी जोखिम, नियमों की अस्पष्टता और तरलता जैसी चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं।
हाइप से हटकर वास्तविक निर्माण पर फोकस
TOKEN2049 के दौरान कई वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि अब क्रिप्टो उद्योग “तेजी पकड़ने” के बजाय “मजबूती से बनने” के चरण में है।
अब मूल्य उन परियोजनाओं में है जो सुरक्षा, इंटरऑपरेबिलिटी और नियामक अनुपालन पर ध्यान देती हैं, न कि सिर्फ नए टोकन लॉन्च करने में।
संस्थागत निवेशकों का बढ़ता रुझान, खासकर स्टेबलकॉइन और टोकनाइज्ड एसेट्स की ओर, इस नए विकास चरण का संकेत देता है। विशेषज्ञों का मानना था कि पारंपरिक वित्तीय प्रणालियों के साथ गहराई से जुड़ना अब जरूरी हो गया है ताकि बड़े पैमाने पर पूंजी प्रवाह संभव हो सके।
क्वांटम कंप्यूटिंग का खतरा और नई सुरक्षा तकनीकें
इस वर्ष सम्मेलन में सबसे अधिक ध्यान आकर्षित करने वाला विषय था क्वांटम कंप्यूटिंग से जुड़ा खतरा।
कई विशेषज्ञों ने कहा कि ब्लॉकचेन नेटवर्क और वॉलेट्स को अभी से क्वांटम-रेसिस्टेंट यानी क्वांटम-सुरक्षित तकनीकों की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना था कि ऐसे समाधान फिलहाल शुरुआती चरण में हैं। अधिकांश का मानना था कि पूरी प्रणाली को एक साथ बदलने की बजाय इसे धीरे-धीरे, चरणों में और संगत तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
स्टेबलकॉइन मॉडल में नए प्रयोग
स्टेबलकॉइन इस वर्ष भी सम्मेलन का एक बड़ा विषय रहा।
चर्चा इस बात पर केंद्रित रही कि कैसे स्थिरता, पारदर्शिता और नियामक अनुपालन को एक साथ बनाए रखा जा सकता है।
कई पैनलों में हाइब्रिड मॉडल्स पर चर्चा हुई जो एल्गोरिदमिक और कोलेटरलाइज्ड तंत्रों को मिलाकर स्थिरता बनाए रखते हैं।
क्या आप जानते हैं — विश्लेषकों का कहना है कि बिटकॉइन कीमत का $300K लक्ष्य 'तेज़ी से बढ़ रहा है'
शोधकर्ताओं ने ऐसे प्रयोग साझा किए जिनमें एआई, फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स और क्रॉस-चेन स्वैप्स का उपयोग करके मूल्य स्थिरता को नियंत्रित किया जाता है।
विशेषज्ञों का मानना था कि स्टेबलकॉइन और वास्तविक परिसंपत्तियों (RWA) का संयोजन आने वाले समय में वैश्विक भुगतान और विकेंद्रीकृत वित्त के मुख्य आधार के रूप में उभर सकता है।
DeAI: ब्लॉकचेन पर चलने वाले एआई एजेंट
इस बार TOKEN2049 में एक नया विषय चर्चा में रहा जिसे DeAI कहा गया।
यह विचार है कि ब्लॉकचेन पर विकेंद्रीकृत एआई एजेंट बनाए जाएं जो खुद निर्णय ले सकें, ट्रेड कर सकें और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स चला सकें।
समर्थकों ने इसे भविष्य की दिशा बताया जबकि आलोचकों ने चेतावनी दी कि ऐसे एजेंट्स के दुरुपयोग, सुरक्षा और नियंत्रण को लेकर बड़ी चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं।
अधिकांश विशेषज्ञों का मानना था कि यह तकनीक अभी खोज और परीक्षण के शुरुआती चरण में है लेकिन एआई और ब्लॉकचेन का संगम अब तेज़ी से बढ़ रहा है।
वास्तविक परिसंपत्तियों (RWA) का टोकनाइजेशन
वास्तविक परिसंपत्तियों जैसे रियल एस्टेट, इक्विटीज़ और कला को डिजिटल टोकन में बदलने की प्रक्रिया भी चर्चा में रही।
इससे पारंपरिक वित्त और ब्लॉकचेन के बीच की दूरी घट सकती है।
हालांकि, तरलता यानी लिक्विडिटी की कमी अभी भी एक बड़ी समस्या है।
कई परियोजनाओं में कम ट्रेडिंग वॉल्यूम, सीमित निवेशकों की पहुंच और मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता की कमी देखी गई।
इसी के समाधान के लिए कई स्टार्टअप्स ने क्रॉस-चेन RWA फ्रेमवर्क पेश किए जो पहचान सत्यापन और साझा प्रमाणीकरण प्रणालियों की मदद से विभिन्न ब्लॉकचेन नेटवर्क्स को आपस में जोड़ते हैं।
बाजार की भावना: उत्साह और सावधानी दोनों
सम्मेलन के बाहर निवेशकों और संस्थागत प्रतिनिधियों में मिला-जुला मूड देखने को मिला।
कुछ फंड्स ने कहा कि वे धीरे-धीरे टॉप टोकन और स्टेबलकॉइन में निवेश बढ़ा रहे हैं ताकि वे बाजार के संभावित उछाल का लाभ उठा सकें।
दूसरी ओर कुछ विश्लेषकों ने चेताया कि हम पहले से ही एक ऐसे चरण में हैं जहाँ अचानक आने वाला आर्थिक या नियामक झटका बाजार की गति को धीमा कर सकता है।
उनका सुझाव था कि निवेश रणनीतियाँ अब अधिक संतुलित और जोखिम-प्रबंधित होनी चाहिए।
आगे क्या देखना चाहिए
TOKEN2049 के बाद अब उद्योग के सामने कुछ प्रमुख सवाल हैं:
कौन सी ब्लॉकचेन सबसे पहले क्वांटम-सुरक्षित तकनीक अपनाएगी?
क्या हाइब्रिड स्टेबलकॉइन मॉडल पुराने मॉडलों की जगह ले पाएंगे?
DeAI एजेंट्स को कैसे नियंत्रित और सुरक्षित रखा जाएगा?
क्या टोकनाइज्ड वास्तविक परिसंपत्तियों में पर्याप्त लिक्विडिटी आ सकेगी?
क्या वैश्विक नियामक एक समान नीतियाँ बना पाएंगे ताकि यह क्षेत्र सुरक्षित रूप से बढ़ सके?
TOKEN2049 2025 ने इन सभी सवालों के पूरे उत्तर तो नहीं दिए, लेकिन यह साफ़ कर दिया कि क्रिप्टो उद्योग अब एक नए चरण में है जहाँ भरोसा, सुरक्षा और उपयोगिता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई हैं।
ऐसी ही और ख़बरों और क्रिप्टो विश्लेषण के लिए हमें X पर फ़ॉलो करें, ताकि कोई भी अपडेट आपसे न छूटे!