अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प के ट्रुथ सोशल प्लेटफ़ॉर्म की मूल कंपनी ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप (TMTG) ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्रिप्टो.कॉम और ब्लैंक-चेक कंपनी यॉर्कविल एक्विज़िशन (Yorkville Acquisition) के साथ एक बिजनेस कॉम्बिनेशन की घोषणा की है।
मंगलवार को जारी बयान में कहा गया कि ट्रंप मीडिया, क्रिप्टो.कॉम और यॉर्कविल ने मिलकर ट्रंप मीडिया ग्रुप सीआरओ स्ट्रैटेजी की स्थापना के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह नई इकाई एक डिजिटल एसेट ट्रेज़री कंपनी होगी, जिसका मुख्य उद्देश्य क्रोनोस सीआरओ (CRO), जो क्रिप्टो.कॉम द्वारा विकसित क्रोनोस ब्लॉकचेन की मूल क्रिप्टोकरेंसी है, की बड़े पैमाने पर ख़रीद करना होगा।
ट्रम्प मीडिया, क्रिप्टो.कॉम और यॉर्कविल के संयुक्त बहुमत स्वामित्व वाली यह रणनीति कम से कम 6.42 अरब डॉलर का कोष तैयार करने का लक्ष्य रखती है।
“सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से ट्रेडेड सीआरओ ट्रेज़री”
घोषणा के अनुसार, ट्रम्प मीडिया ग्रुप सीआरओ स्ट्रैटेजी कोष को इस प्रकार वित्तपोषित करेगी:
1 अरब डॉलर मूल्य के सीआरओ टोकन
420 मिलियन डॉलर नकद और वारंट
तथा यॉर्कविल के सहयोगी से 5 अरब डॉलर की क्रेडिट लाइन
कंपनियों का दावा है कि यह पूंजी इसे “पहली और सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से ट्रेडेड सीआरओ ट्रेज़री कंपनी” बनाएगी। साथ ही, यह संभावित रूप से “इतिहास में मार्केट कैप अनुपात के आधार पर सबसे बड़ी डिजिटल एसेट ट्रेज़री कंपनी” भी बन सकती है।
इस कॉम्बिनेशन के तहत, यॉर्कविल अपनी क्लास ए सामान्य शेयरों को नैस्डैक (NASDAQ) में MCGA प्रतीक (टिकर) के साथ सूचीबद्ध करने के लिए आवेदन करेगा।
स्टेकिंग रिवॉर्ड्स के लिए वैलिडेटर नोड
कॉम्बिनेशन पूरा होने के बाद, ट्रम्प मीडिया ग्रुप सीआरओ स्ट्रैटेजी अपने नकद भंडार का पर्याप्त हिस्सा सीआरओ ख़रीदने में लगाएगी ताकि दीर्घकालिक मूल्य सृजन हो सके।
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि उसका फोकस “पारंपरिक गैर-उत्पादक होल्डिंग्स” की बजाय यील्ड-उत्पादक संपत्तियों पर होगा।
इस रणनीति में क्रोनोस के प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) ब्लॉकचेन नेटवर्क पर एक वैलिडेटर नोड स्थापित करना और उसका संचालन शामिल है। इसके तहत कंपनी नेटवर्क की सुरक्षा और शासन में सीधी भूमिका निभाएगी तथा स्टेकिंग रिवॉर्ड्स के जरिए सीआरओ होल्डिंग्स बढ़ाने और परिचालन लागत घटाने का प्रयास करेगी।
कंपनी का कहना है,
वैलिडेटर को एक ऐसी क्रिप्टो-नेटिव टीम द्वारा स्थापित और मेंटेन किया जाएगा, जिसे क्रोनोस इकोसिस्टम की गहरी समझ है। इसका उद्देश्य स्टेकिंग रिवॉर्ड्स को अधिकतम करना और थर्ड-पार्टी सीआरओ धारकों से अतिरिक्त डेलिगेशन आकर्षित करना है।
क्रोनोस (Cronos) ही क्यों?
नवंबर दो हजार इक्कीस में मेननेट बीटा के रूप में लॉन्च हुआ क्रोनोस, क्रिप्टो.कॉम के संस्थापकों द्वारा विकसित किया गया था। इसे शुरुआती दौर में क्रिप्टो.कॉम कॉइन (CRO) के रूप में पेश किया गया था।
क्रोनोस को डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi), नॉन-फंजिबल टोकन्स (NFTs) और मेटावर्स परियोजनाओं के लिए एक आधार प्लेटफ़ॉर्म के रूप में डिज़ाइन किया गया था, जिसमें इंटरऑपरेबिलिटी पर विशेष ध्यान दिया गया।
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क्रिप्टो.कॉम अब ट्रम्प प्रशासन का प्रमुख क्रिप्टो पार्टनर बन चुका है। मार्च 2025 में राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा आयोजित पहले व्हाइट हाउस क्रिप्टो शिखर सम्मेलन में यह केवल 20 आमंत्रित प्रतिभागियों में से एक था।
इसके बाद, ट्रम्प टेक्नोलॉजी ग्रुप ने “मेड इन अमेरिका” डिजिटल एसेट्स और सिक्योरिटीज पर केंद्रित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETFs) की श्रृंखला शुरू करने के लिए क्रिप्टो.कॉम के साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता भी किया।
आलोचना और विवाद
ट्रम्प-समर्थित कंपनियों और क्रिप्टो.कॉम के बीच बढ़ते रिश्तों के बीच, एक्सचेंज को गवर्नेंस जैसे मुद्दों पर आलोचना का सामना करना पड़ा है।
विशेष रूप से, समुदाय ने 2021 में घोषित 70 अरब सीआरओ टोकन बर्न को रद्द करने के लिए क्रिप्टो.कॉम की निंदा की। कई स्रोतों का आरोप है कि एक्सचेंज सीआरओ की कुल वोटिंग पावर का अस्सी प्रतिशत तक नियंत्रित करता है।
प्रमुख ऑन-चेन जांचकर्ता ज़ैकएक्सबीटी (ZachXBT) ने तो यहां तक कहा कि सीआरओ “एक स्कैम से अलग नहीं है” और क्रिप्टो.कॉम पर सीआरओ सप्लाई में हेरफेर करने का आरोप लगाया।
ज़ैकएक्सबीटीने हाल ही में ट्रम्पमीडिया ग्रुप सीआरओ स्ट्रैटेजी की खबर पर भी प्रतिक्रिया दी, दावा करते हुए कि, “क्रिप्टो.कॉम ने अतीत में एक बड़ी घटना को छुपाया था, जिसे उसने कभी सार्वजनिक नहीं किया।”