Cointelegraph
Rajeev RRajeev R

Bybit India ने IIT साझेदारियों और हैकथॉन को बनाया भारत के Web3 नवप्रवर्तकों के लिए लॉन्चपैड

विकास गुप्ता के अनुसार, IIT साझेदारियाँ भारत को उपयोगकर्ता नहीं, निर्माता राष्ट्र बनने की दिशा में ले जा रही हैं।

Bybit India ने IIT साझेदारियों और हैकथॉन को बनाया भारत के Web3 नवप्रवर्तकों के लिए लॉन्चपैड
एक-से-एक संवाद

Bybit  भारत में Web3 बिल्डर्स को बढ़ावा देने के लिए IIT साझेदारियों और हैकथॉन जैसे प्लेटफार्मों को लॉन्चपैड के रूप में देख रहा है। Bybit ने ब्लॉकचेन फॉर गुड एलायंस (BGA) नामक गैर-लाभकारी पहल शुरू की है, जो IIT दिल्ली और IIT खड़गपुर की ब्लॉकचेन सोसाइटियों के साथ मिलकर शिक्षा, कार्यशालाएँ और हैकथॉन आयोजित करेगी।

कॉइनटेलीग्राफ इंडिया के साथ एक साक्षात्कार में, बायबिट इंडिया के कंट्री मैनेजर विकास गुप्ता ने बताया कि हैकथॉन और IIT टाई-अप का उद्देश्य सिर्फ तकनीकी कौशल विकसित करना ही नहीं है, बल्कि नवाचारों को व्यावहारिक रूप देना, प्रोटोटाइप तैयार करना और उद्यमशीलता के लिए अवसर तैयार करना है।

इन प्लेटफार्मों पर छात्रों और शुरुआती परियोजनाओं को मेनटर्स, इंडस्ट्री एक्सपोज़र और नेटवर्किंग का अवसर मिलता है। इसके अलावा, Bybit भारत की Bharat Web3 Association (BWA) के सिल्वर एसोसिएट सदस्य बने हुए हैं ताकि Web3 अपनाने और इनोवेशन को बढ़ावा मिल सके।

Bybit की यह रणनीति नये प्रतिभाशाली Web3 डेवलपर्स को सामने आने के लिए प्रेरित करेगी, साथ ही भारतीय क्रिप्टो/ब्लॉकचेन पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगी। यदि ये IIT टाई-अप्स और हैकथॉन लगातार और व्यापक रूप से हों, तो भारत ग्लोबल Web3 इनोवेशन में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन सकता है।

विकास गुप्ता के शब्दों में:

हमारे लिए सफलता का अर्थ है तीन परिणाम: भारतीय परिसरों से उभरने वाले वास्तविक दुनिया के वेब3 स्टार्टअप, ब्लॉकचेन में ओपन-सोर्स योगदान, और बायबिट को अपना लॉन्चपैड मानने वाले बिल्डरों की एक नई पीढ़ी का पोषण। भारत में प्रतिभाओं का एक विशाल भंडार है और हम देश में क्रिप्टो की कहानी को और आगे बढ़ाने के लिए इसका लाभ उठाना चाहेंगे।

गुप्ता का यह दृष्टिकोण कि भारत में ओपन-सोर्स ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट्स और कैंपस स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन दिया जाए, वास्तव में “मेड-इन-इंडिया वेब3 एक्सपोर्ट युग” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आज जब पूरी दुनिया वेब3, ब्लॉकचेन और विकेंद्रीकृत तकनीकों की ओर बढ़ रही है, भारत के पास एक बड़ा प्रतिभा-भंडार और तकनीकी नवाचार की क्षमता मौजूद है।

क्या आप जानते हैं - AI-सक्षम Crypto ट्रेडिंग पहले से ही भारत में: Bybit India के Country Manager विकास गुप्ता

यदि कॉलेज परिसरों में ही छात्रों को ओपन-सोर्स ब्लॉकचेन समाधान विकसित करने और उन्हें वैश्विक स्तर पर साझा करने के अवसर मिलते हैं, तो भारत केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि नवाचारों का निर्यातक बन सकता है।

बायबिट इंडिया के कंट्री मैनेजर विकास गुप्ता का यह विचार भारतीय डेवलपर्स और युवा उद्यमियों को आत्मनिर्भर और विश्व प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में है। ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स में भागीदारी से भारतीय डेवलपर्स अंतरराष्ट्रीय तकनीकी समुदाय का हिस्सा बनेंगे, जिससे उन्हें वैश्विक सहयोग, निवेश और पहचान मिलेगी। साथ ही, कैंपस स्टार्टअप्स नई आर्थिक संभावनाओं और रोजगार के अवसरों को जन्म देंगे।

इस प्रकार, यह दृष्टिकोण न केवल भारत को वेब3 तकनीक में अग्रणी बनाने की क्षमता रखता है, बल्कि देश को डिजिटल अर्थव्यवस्था के नए दौर में एकनॉलेज एक्सपोर्ट पावरहाउसके रूप में स्थापित करने की दिशा भी तय करता है, यानी सचमुच एक “मेड-इन-इंडिया वेब3 एक्सपोर्ट युग।”

ऐसी ही और ख़बरों और क्रिप्टो विश्लेषण के लिए हमें X पर फ़ॉलो करें, ताकि कोई भी अपडेट आपसे न छूटे!