नागपुर में एक बड़ी क्रिप्टो धोखाधड़ी का मामला सामने आया है जिसमें एक स्थानीय व्यवसायी महिला से लगभग 1.48 करोड़ रुपये की ठगी की गई। यह ठगी एक मल्टी लेवल मार्केटिंग स्कीम के नाम पर की गई जिसमें भारी मुनाफे का लालच देकर पीड़िता को लंबे समय तक निवेश करने के लिए फंसाया गया। नागपुर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे शुरू हुई ठगी की कहानी
शिकायतकर्ता 46 वर्षीय महिला मिनरल वॉटर प्लांट चलाती हैं। वर्ष 2020 के अंत में कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया और दावा किया कि एक दुबई आधारित कंपनी और एक टोकन Platincoin के माध्यम से उन्हें बहुत तेज मुनाफा मिलेगा। आरोपियों ने कहा कि अगर वह निवेश शुरू करेंगी तो तीन साल तक हर महीने लगभग 20 लाख रुपये की रॉयल्टी मिलेगी। इसके अलावा निवेश की गई राशि पर 60 से 100 प्रतिशत तक लाभ मिलने का वादा भी किया गया।
महिला ने इस भरोसे में अपनी तीन एकड़ खेती की जमीन गिरवी रखकर लगभग 1.5 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच उन्होंने करीब 1.48 करोड़ रुपये आरोपियों द्वारा बताए गए खातों और वॉलेट्स में जमा कर दिए। बाद में बोनस और पुनर्निवेश के कारण कुल निवेश लगभग 2.67 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
पीड़िता का भरोसा कायम रखने के लिए आरोपियों ने कुछ समय तक करीब 55 लाख रुपये वापस भी किए। इससे महिला को लगा कि निवेश सुरक्षित है और वह और रकम लगाती रहीं।
आरोपियों के गायब होने के बाद खुली पोल
अप्रैल 2024 के बाद आरोपियों ने संपर्क बंद कर दिया। फोन पर जवाब नहीं मिला और ना ही किसी भुगतान का कोई संकेत मिला। कभी कहा गया कि टोकन की कीमत गिर गई है, तो कभी नए टोकन के लॉन्च होने का बहाना दिया गया। धीरे धीरे यह स्पष्ट हो गया कि पूरा मॉडल धोखाधड़ी पर आधारित था।
एक अन्य पीड़ित मनेंद्र तिर्पुड़े ने भी लगभग 90 लाख रुपये गंवाए। पुलिस के अनुसार इन शिकायतों के आधार पर आरोपियों ने कुल मिलाकर लगभग 1.32 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। नागपुर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406, 34 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
बढ़ते क्रिप्टो स्कैम और चेतावनी
यह मामला उन कई घटनाओं में से एक है जिनमें निवेशकों को क्रिप्टो निवेश में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसी ठगी आमतौर पर जल्दी मुनाफा कमाने के लालच में की जाती है। स्कैमर्स शुरुआती चरण में छोटी राशि वापस कर भरोसा जीत लेते हैं और फिर बड़ी रकम निवेश करवाते हैं।
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विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो बाजार की समझ न रखने वाले लोग अधिक आकर्षक रिटर्न के झांसे में जल्दी फंस जाते हैं। वे भरोसे के नाम पर पैसे भेज देते हैं और बाद में धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।
निवेशकों को क्या सीख मिलती है
यह घटना बताती है कि निवेश करते समय सावधानी महत्वपूर्ण है। किसी प्लेटफार्म की विश्वसनीयता की जांच किए बगैर पैसे न भेजें। अधिक मुनाफे का वादा हमेशा संदेह पैदा करता है। किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए बैंक खाता नंबर या वॉलेट एड्रेस पर रकम न भेजें। किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना भी जरूरी है।
पुलिस की कार्रवाई
नागपुर पुलिस आरोपियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। बैंक खातों, वॉलेट ट्रांजैक्शंस और संबंधित डिजिटल फुटप्रिंट की जांच की जा रही है। पुलिस पीड़ितों से भी लगातार जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है। यदि आरोपियों का पता चलता है तो उन्हें कानूनी दायित्वों का सामना करना होगा।
निष्कर्ष
नागपुर की यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि क्रिप्टो बाजार में तेजी से मुनाफे का लालच खतरनाक हो सकता है। अनजान योजनाओं में निवेश से पहले सावधानी जरूरी है। इस स्कैम ने न सिर्फ महिला को बल्कि अन्य निवेशकों को भी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। क्रिप्टो निवेश करते समय पूरी जानकारी, अनुसंधान और सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।
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