डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) का परिदृश्य लगातार बदल रहा है। कुछ वर्ष पहले तक जो नाम केवल क्रिप्टो-विशेषज्ञों तक सीमित थे, वे आज वैश्विक वित्तीय विमर्श का हिस्सा बन चुके हैं। इसी क्रम में हाल ही में एक नया मोड़ तब आया, जब बीएनबी चेन (BNB Chain) पर आधारित परपेचुअल डेरिवेटिव्स एक्सचेंज एस्टर (Aster) ने अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी हाइपरलिक्विड (Hyperliquid) को पीछे छोड़ते हुए चर्चा का केंद्र बना।
कॉइनग्लास (CoinGlass) और DefiLlama के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि एस्टर का ओपन इंटरेस्ट (Open Interest) पिछले सप्ताह मात्र $3.72 मिलियन से उछलकर $1.25 बिलियन तक पहुँच गया। यह करीब 33,500% की ऐतिहासिक वृद्धि है।
ओपन इंटरेस्ट एक ऐसा सूचकांक है जो बाजार की गहराई, तरलता और ट्रेडर्स की विश्वसनीयता को मापने का काम करता है। एस्टर का यह उछाल इस बात का संकेत है कि ट्रेडर्स ने बड़े पैमाने पर पूंजी लगाना शुरू कर दिया है और उसे भरोसेमंद विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
इसके समानांतर, एस्टर का टोटल वैल्यू लॉक्ड (TVL) भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। शुक्रवार को यह $625 मिलियन था, जबकि बुधवार को यह बढ़कर $1.85 बिलियन हो गया, यानी लगभग 196% की वृद्धि। TVL किसी भी DeFi प्रोटोकॉल में निवेशकों के भरोसे और उसकी उपयोगिता को मापने का अहम पैमाना है।
वॉल्यूम में भी एस्टर का दबदबा
DefiLlama के डेटा के अनुसार, बुधवार को एस्टर का 24 घंटे का परपेचुअल ट्रेडिंग वॉल्यूम $24.7 बिलियन रहा। यह आंकड़ा हाइपरलिक्विड से कहीं अधिक था, जिसने उसी अवधि में लगभग $10 बिलियन दर्ज किया। अन्य प्रतिस्पर्धी जैसे edgeX ($8.25 बिलियन) और Lighter ($6.18 बिलियन) भी एस्टर के काफी पीछे रहे।
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हालाँकि, दीर्घकालिक प्रदर्शन की बात करें तो हाइपरलिक्विड अभी भी मजबूत स्थिति में है। उसके सात-दिनों का वॉल्यूम $66 बिलियन और 30-दिनों का वॉल्यूम लगभग $300 बिलियन दर्ज किया गया। इसका मतलब है कि अल्पावधि में एस्टर का दबदबा तो दिखाई दे रहा है, लेकिन स्थायित्व साबित करने के लिए उसे लंबी दूरी तय करनी होगी।
एस्टर की सफलता के पीछे रणनीति
एस्टर की अचानक सफलता केवल तकनीकी कारकों का परिणाम नहीं है। इसे बीएनबी चेन और YZi Labs (पूर्व में Binance Labs) का समर्थन प्राप्त है। इन संस्थाओं ने एस्टर को मेंटरशिप, तकनीकी संसाधन और मार्केटिंग सपोर्ट मुहैया कराया।
इसके अलावा, क्रिप्टो डेटा प्लेटफ़ॉर्म CoinMarketCap (CMC) ने भी एस्टर को अपने CMC Launch प्रोग्राम के ज़रिए वैश्विक मंच पर उतारा। इस कैंपेन का प्रभाव जबरदस्त रहा:
400 मिलियन से अधिक होमपेज बैनर इम्प्रेशन
3 मिलियन से अधिक ट्वीट इम्प्रेशन
5 मिलियन से अधिक रीच न्यूज़लेटर, ऐप नोटिफिकेशन और मीडिया कवरेज के माध्यम से
1.5 मिलियन से अधिक लाइव इवेंट व्यूज़ और आधा मिलियन से अधिक प्रोजेक्ट पेज क्लिक
इन आँकड़ों से साफ है कि एस्टर को केवल तकनीकी ही नहीं, बल्कि मार्केटिंग स्तर पर भी व्यापक समर्थन मिला। एस्टर का उभार DeFi के भविष्य में नए समीकरण गढ़ने वाला कदम है, जो हाइपरलिक्विड जैसे दिग्गजों को भी अपनी रणनीतियाँ पुनर्विचार करने पर मजबूर करेगा।
स्वतंत्रता और पारदर्शिता का सवाल
Binance ने 2020 में CoinMarketCap का अधिग्रहण किया था। ऐसे में यह प्रश्न उठना स्वाभाविक था कि कहीं Binance या उसकी संबद्ध इकाई YZi Labs ने एस्टर को CMC Launch में शामिल कराने में सीधा हस्तक्षेप तो नहीं किया। हालाँकि, CMC Launch के प्रमुख जिन चू (Jin Choo) ने स्पष्ट किया कि परियोजनाओं का चयन केवल उनकी योग्यता, नवाचार, बाजार क्षमता और समुदाय की सक्रियता पर आधारित होता है।
उन्होंने यह भी दोहराया कि Binance और CoinMarketCap स्वतंत्र संस्थाएँ हैं और CMC Launch के संचालन पर Binance का कोई प्रभाव नहीं है। यह स्पष्टीकरण एस्टर की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता के बीच उसकी पारदर्शिता और विश्वसनीयता को और मज़बूत करता है।
डीफाई में एस्टर की चुनौती और अवसर
एस्टर का अचानक उभार DeFi क्षेत्र में कई संदेश देता है। पहला, यह दर्शाता है कि नए प्लेटफॉर्म्स भी बड़े खिलाड़ियों को चुनौती दे सकते हैं यदि उनके पास सही संयोजन हो—तकनीकी मजबूती, पूंजी समर्थन और प्रभावी मार्केटिंग। दूसरा, यह भी बताता है कि DeFi उपयोगकर्ताओं का झुकाव तेजी से उन प्लेटफॉर्म्स की ओर बढ़ रहा है जो बेहतर उपयोग अनुभव और नवाचार पेश करते हैं।
हालाँकि, जोखिम भी कम नहीं हैं। हाइपरलिक्विड जैसे पुराने और स्थिर प्लेटफॉर्म्स अब भी गहरी तरलता (liquidity) और लंबे समय की विश्वसनीयता में आगे हैं। ऐसे में एस्टर को अपनी मौजूदा उपलब्धियों को स्थायी बनाने के लिए पारदर्शी संचालन, सुरक्षा और दीर्घकालिक उपयोगकर्ता जुड़ाव पर ध्यान देना होगा।
निष्कर्ष
एस्टर का हाइपरलिक्विड को पछाड़ना DeFi जगत में एक बड़ा घटनाक्रम है। यह न केवल प्रतिस्पर्धा की तीव्रता को दर्शाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र में कोई भी नया खिलाड़ी अचानक से बड़ा प्रभाव डाल सकता है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एस्टर अपनी इस सफलता को लंबे समय तक बनाए रख पाता है या यह केवल एक अल्पकालिक उछाल साबित होता है।
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