पिछले पंद्रह वर्षों में Bitcoin ने वैश्विक वित्तीय परिदृश्य को जिस तरह बदल दिया, उसने पारंपरिक परिसंपत्ति वर्गों के विश्लेषण मॉडल को चुनौती दी है। किंतु अब पहली बार ठोस डेटा यह दिखा रहा है कि बिटकॉइन का मशहूर चार वर्षीय चक्र, जो हॉल्विंग पर आधारित था, टूटने लगा है।
ऐतिहासिक रूप से BTC की कीमतें हर 210,000 ब्लॉक्स पर होने वाली हॉल्विंग के बाद तेज़ी से बढ़ती थीं, फिर क्रिप्टो विंटर में ध्वस्त हो जाती थीं। लेकिन नवीनतम विश्लेषण बताता है कि यह पैटर्न अब पहले जैसा कठोर नहीं रहा।
यह बदलाव सिर्फ बाजार व्यवहार का परिणाम नहीं है बल्कि यह बिटकॉइन के परिपक्व होते इकोसिस्टम, बढ़ते मार्केट कैप और संस्थागत निवेश के गहरे प्रवेश का संकेत है। नया डेटा इस परिकल्पना को मजबूत कर रहा है कि बिटकॉइन का जोखिम और रिटर्न ढांचा एक नए संतुलन तक पहुंच रहा है।
Bitcoin का ऐतिहासिक व्यवहार
वित्तीय बुलबुले की अवधारणा वर्षों से अकादमिक जगत में गहन शोध का विषय रही है। प्रोफेसर डिडियर सोरनेट के 2014 के प्रसिद्ध अध्ययन ने बुलबुले को उस अवस्था के रूप में परिभाषित किया जिसमें संपत्ति की कीमतें ‘घातांकीय से भी अधिक तेजी’ से बढ़ती हैं, एक असतत, अव्यवहारिक और अंततः टूटने वाली वृद्धि।
बिटकॉइन ने अपने शुरुआती वर्षों में ठीक यही पैटर्न दिखाया। तेज़, अनियंत्रित वृद्धि, जिसके बाद -91%, -82% और -81% जैसी गिरावटें आईं और हाल के क्रिप्टो विंटर में भी गिरावट -75% के स्तर तक पहुंची। यह बुलबुले के टेम्पलेट से मेल खाता था।
लेकिन अब महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या यह चक्र जारी है? या बिटकॉइन एक परिपक्व, स्थिर असेट की ओर बढ़ रहा है?
बुलबुले की पहचान का उपकरण
2011 में प्रोफेसर रुगेरो बर्टेली और डायमैन पार्टनर्स ने “डायमैन रेशियो” (DR) नामक सूचकांक विकसित किया, जो लघुगणकीय स्केल पर समय और कीमत के रैखिक रिग्रेशन द्वारा यह मापता है कि वृद्धि कितनी स्वाभाविक या असामान्य है।
DR < 0: कीमत गिरावट
DR < 1: टिकाऊ वृद्धि
DR = 1: घातांकीय वृद्धि
DR > 1: घातांकीय से अधिक वृद्धि यानी बुलबुला।
ऐतिहासिक डेटा दिखाता है कि पिछले चक्रों में बिटकॉइन कई बार DR > 1 क्षेत्र में गया, यानी बुलबुला अवस्था में। किंतु इस हालिया चक्र में ETF अनुमोदन के पास एक छोटी रैली को छोड़ दें, तो DR शायद ही कभी 0 से ऊपर गया।
यह संकेत है कि वृद्धि अब ‘हाइपरबोलिक’ नहीं, बल्कि नियंत्रित दिशा में है।
क्या चार-वर्षीय हॉल्विंग चक्र समाप्त हो रहा है?
ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि पहली बार बिटकॉइन ने 2024 की हॉल्विंग से पहले 2021 के ऐतिहासिक उच्च स्तर को पार कर लिया। यह घटना पहले कभी नहीं हुई थी और संकेत देती है कि हॉल्विंग आधारित चक्रों की शक्ति कमजोर पड़ रही है।
वोलैटिलिटी डेटा भी इसी तरफ इशारा करता है। बिटकॉइन की चार-वर्षीय रोलिंग अस्थिरता, जो उसके शुरुआती दिनों में 140% प्रति वर्ष से अधिक थी, अब घटकर 50% से नीचे आ गई है।
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यह कमी केवल एक तकनीकी संकेत नहीं है, बल्कि बाजार के परिपक्व होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
यहाँ यह उल्लेख करना जरुरी है कि कम अस्थिरता का मतलब होता है कम जोखिम, कम ‘शानदार’ वर्ष, कम ‘विनाशकारी’ वर्ष और अधिक स्थिर, पूर्वानुमानित रिटर्न।
गिरते रिटर्न और समतल प्रदर्शन का संकेत
रोलिंग वार्षिक रिटर्न का एक और विश्लेषण बताता है कि बिटकॉइन का औसत वार्षिक प्रदर्शन लगातार घटा है। पिछले तीन वर्षों में तो रिटर्न लगभग सपाट रहा है, ऐसा पैटर्न जो पहले किसी चक्र में नहीं दिखा था।
इसका अर्थ यह है कि अब बिटकॉइन की कीमतें पहले की तरह हाइपरग्रोथ नहीं दिखातीं, लेकिन गिरावटें भी उतनी गहरी नहीं हो रही हैं। यह स्थिरता की दिशा में शिफ्ट है।
क्यों घट रहे हैं रिटर्न?
यदि किसी एसेट का मार्केट कैप $20 अरब है, तो उसे दोगुना करना सरल हो सकता है। लेकिन $2 ट्रिलियन की एसेट को दोगुना करना एक बिल्कुल अलग चुनौती है।
बिटकॉइन की बढ़ती आर्थिक भारी-भरकमता उसके रिटर्न को स्वाभाविक रूप से सीमित कर रही है।
फिर भी, दिसंबर 2022 के $15,000 से लेकर हालिया $126,000 के स्तर तक की वृद्धि दर्शाती है कि बिटकॉइन ने अभी भी आकर्षक लाभ दिए हैं, बस पुराने चक्रों जैसी विस्फोटक चमक नहीं रही।
ETF अनुमोदन
संयुक्त राज्य अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF का अनुमोदन, विशेषकर ब्लैकरॉक के IBIT का अभूतपूर्व उभार, ने बाजार की प्रकृति को पूरी तरह बदल दिया।
IBIT ETF तीन वर्ष से कम समय में $100 अरब AUM तक पहुंच गया और इतिहास का सबसे तेज बढ़ने वाला वित्तीय उत्पाद बन गया।
इस विशाल संस्थागत मांग ने बिटकॉइन की कीमत को पूर्व-हॉल्विंग ही नए स्तर पर पहुंचा दिया और “चक्र”को समय-सीमा आधारित घटना के रूप में अप्रासंगिक बना दिया।
अब बिटकॉइन की मांग हॉल्विंग आधारित नहीं, बल्कि ETF आधारित दिखती है, जो पूरी तरह अलग प्रकार की वोलैटिलिटी और रिटर्न संरचना उत्पन्न करती है।
डेटा यह भी सुझाव देता है कि जिन गहरे क्रिप्टो विंटर्स में बिटकॉइन 60-80% तक टूट जाता था, वे दौर शायद अब इतिहास बन रहे हैं।
नए पैटर्न के अनुसार, गिरावटें होंगी, लेकिन उतनी गहरी नहीं और नए जीवन-चक्र लंबे, स्थिर और व्यापक होंगे।
यह संकेत देता है कि बिटकॉइन धीरे-धीरे एक उच्च वोलैटाइल स्पेकुलेटिव एसेट से एक मैक्रो-फाइनेंशियल संरचना में बदल रहा है।
निष्कर्ष
बिटकॉइन ने चार अवसरों पर बुलबुला जैसी वृद्धि जरूर दिखाई, लेकिन यह पारंपरिक बुलबुलों जैसा नहीं था। इसने संरचनात्मक मजबूती दिखाई। समय के साथ बुलबुले की तीव्रता और अवधि दोनों घट रही है।
रिटर्न और अस्थिरता दोनों घट रहे हैं, जो परिपक्वता और स्थिरता के संकेत हैं। 2040 तक बिटकॉइन के $13 मिलियन तक पहुंचने जैसी भविष्यवाणियां सांख्यिकीय रूप से अवास्तविक लगती है।
ETF-चालित मांग ने हॉल्विंग-चक्र को कमजोर कर दिया है और नए मूल्य-डायनेमिक्स निर्मित किए हैं। भविष्य में क्रिप्टो विंटर आएंगे, लेकिन उतने “कठोर” नहीं होंगे जितने अतीत में देखे गए।
बिटकॉइन इस समय ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां यह अपनी किशोरावस्था से निकलकर एक परिपक्व वित्तीय एसेट बनने की यात्रा पर है, ऐसा एसेट जो कम नाटकीय लेकिन अधिक स्थिर रिटर्न देने को तैयार है।
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