जापान की प्रमुख वित्तीय संस्था SBI होल्डिंग्स ने अमेरिकी फिनटेक कंपनी Circle Internet Holdings में 50 मिलियन डॉलर (लगभग ₹420 करोड़) का निवेश करने की घोषणा की है। इसी के साथ दोनों कंपनियों ने मिलकर एक नया संयुक्त उद्यम "Circle SBI Japan KK" स्थापित किया है, जिसका उद्देश्य जापान में स्थिरकॉइन USDC (यू.एस. डॉलर कॉइन) के उपयोग को बढ़ावा देना है।
रणनीतिक निवेश और संयुक्त उद्यम
यह निवेश Circle के हाल ही में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर लिस्टिंग के बाद किया गया है। SBI और इसकी सहायक इकाई SBI शिनसेई बैंक ने संयुक्त रूप से यह पूंजी लगाई है। यह कदम SBI की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत कंपनी डिजिटल वित्तीय इकोसिस्टम और वेब3 समाधान को जापान में मजबूत करना चाहती है।
USDC को मिला नियामकीय हरी झंडी
इससे पहले मार्च 2025 में, SBI की सहायक कंपनी SBI VC Trade को जापान में Electronic Payment Instruments Service Provider के रूप में पंजीकरण मिला था। यह लाइसेंस SBI को कानूनी रूप से USDC की पेशकश करने और उपभोक्ताओं तक इसे पहुँचाने की अनुमति देता है। इस उपलब्धि के बाद अब SBI और Circle मिलकर USDC को रोज़मर्रा के डिजिटल लेन-देन, रेमिटेंस और वेब3 एप्लिकेशंस में अपनाने की दिशा में काम करेंगे।
जापान को एशिया का स्थिरकॉइन हब बनाने की योजना
Circle SBI Japan KK की स्थापना का लक्ष्य न सिर्फ़ घरेलू स्तर पर बल्कि एशियाई बाज़ारों में भी जापान को स्थिरकॉइन और डिजिटल संपत्ति प्रबंधन का केंद्र बनाना है। SBI का मानना है कि Circle की तकनीकी विशेषज्ञता और SBI की नियामकीय-आधारित वित्तीय ताकत मिलकर जापान को वैश्विक स्थिरकॉइन इकोसिस्टम का प्रमुख खिलाड़ी बना सकती हैं।
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Ripple और Startale भी रणनीति का हिस्सा
SBI पहले से ही ब्लॉकचेन कंपनी Ripple और वेब3 स्टार्टअप Startale के साथ भी साझेदारी कर चुका है। Ripple के साथ यह साझेदारी RLUSD स्थिरकॉइन के वितरण को लेकर है, जबकि Startale के साथ SBI टोकनाइज़्ड एसेट प्लेटफ़ॉर्म विकसित कर रहा है। इन पहलों से साफ है कि SBI की रणनीति केवल USDC तक सीमित नहीं है, बल्कि एक व्यापक डिजिटल वित्तीय ढांचे के निर्माण पर केंद्रित है।
निष्कर्ष
SBI का Circle में 50 मिलियन डॉलर का निवेश और नया संयुक्त उद्यम जापान के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। यह कदम जापान को स्थिरकॉइन-आधारित लेन-देन और डिजिटल वित्तीय नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकता है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि USDC को जापानी उपभोक्ता और व्यवसाय किस तेजी से अपनाते हैं।